पोस्ट न्यूज़ । पूरे शहर में पुलिसकर्मी और अधिकारी चप्पे चप्पे पर तैनात होने के बावजूद चंद गिनती के हुडदंगीयों ने अपनी शैतानी हरकत को अंजाम देते हुए शहर में तनाव पैदा करने की कोशिश की । मल्लातलाई निवासी सकलेन, शोयब और अरशद की रिपोर्ट के अनुसार बड़ी में जब वह फ़ोटो शूट कर लौट रहे थे तब कुछ हुडदंगी ने उनका नाम पूछ कर मारपीट की और उनकी एक बाईक में आग लगा दी । ऐसे ही फतहसागर व हवाला रॉड पर भी चार टेम्पो में तोड़ फोड़ कर दी । सभी जगह सूचना पा कर पुलिस मौके पर पहुची, लेकिन हुडदंगी शहर में माहौल खराब करने के लिए बाईक से दहशत फैलाते रहे । पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में 15 लोगों को गिरफ्तार भी किया है ।
राजसमंद में हुई अफराज़ूल की हत्या, हत्या का वीडियो वायरल और उसके बाद चले घटना क्रम जिसमे आपत्तिजनक नारे लगाना, 144 के दौरान उपद्रव, शंभूलाल जैसे कायर हत्यारे का सोशल मीडिया पर समर्थन ,,,, इन सारे घटनाक्रमों ने पूरे मेवाड़ का माहौल खराब कर रखा है।इसमें भूमिका निभा रहे है कुछ बाहर के उपद्रवी जो शांत शहर की शान्ति को पलीता लगाना चाहते है।
25 दिसंबर को भी इसी तरह शहर को बंद रखने और रैली निकालने का सोशल मीडिया के जरिये आव्हान किया था । शहर के सभी संगठनों और पुलिस अधीक्षक ने 25 दिसंबर को किसी भी प्रकार के बंद और रैली होने से इनकार किया था । इसके बावजूद महज चन्द हुड़दंगियों ने शहर में माहौल खराब करने की कोशिश की ।
25 दिसंबर को माहौल को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने एक बार तो पूरे शहर में पुलिस लगा दी लेकिन चंद हुडदंगीयों के आगे पूरी फोर्स मानो बेबस नज़र आई । जिस तरह से 25 दिसंबर को बड़ी, फतहसागर, और हवाला में घटना हुई और उसके बाद चेतक पर हुड़दंगियों का घटना क्रम चला उससे लगता है कि चंद असामाजिक हुडदंगी बाहरी लोग मिल कर शहर की शांत फिजा को बिगाड़ सकते है । और इनके खिलाफ पुलिस प्रशासन के पास 151 शांतिभंग के आरोप में 8 घंटे तक गिरफ्तार करने के अलावा और कोई रास्ता भी नही बचा है। ऐसे में आगे हर एक उपद्रव करने वाले के हौसले बुलंद होंगे ।