उदयपुर, भारतीय जनता पार्टी शहर जिला उदयपुर ने केन्द्र की यूपीए सरकार द्वारा पेश रेल बजट को मंहगाई बढाने वाला व मेवाड व प्रदेश के लिए निराशाजनक बजट बताया। पूर्व गृहमंत्री नगर विधायक गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि रेल बजट को देखने के बाद लगता है कि सरकार को जनता पुरी तरह लुटने को बैठी है हर वर्ग ओर माल भाडे में की गई वृद्घि पहले से बढ रही मंहगाई को ओर बढायेगी इस बजट में मेवाड को विशेष कुछ नहीं दिया गया। अहमदाबाद ब्रोडगेज पर कोई सुनवाई नहीं हुई। नाथद्वारा को जोडा पर कोई रेल नहीं दी। मारवाड जंक्शन के अमान परितर्वन पर कुछ नहीं, कुल मिलाकर यह फ्लाप बजट है मेवाड के लिए। इससे भी बडी दुर्भाग्य की बात है कि मेवाड से केन्द्र में दो ताकतवर मंत्री के रूप में कार्य कर रहे उन लोगों को अपने प्रभाव का इस्तेमाल नहीं किया या लगता है केन्द्र में उनकी बात को तवज्जों नहीं दी गई। अनादर है मेवाड का। मेवाड के पांचो सांसद कांग्रेस के खाते में है परन्तु अफसोस केवल यस मेन बन कर बैठे है संसद में। मेवाड के साथ धोखा है। पूर्व विधानसभाध्यक्ष शांति लाल चपलोत, प्रदेश मंत्री प्रमोद सामर सभापति रजनी डांगी जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट आदि ने रेल बजट की आलोचना करते हुए इसे विकास की दृष्टि से शुन्य बजट बताया। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव व विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि भारतीय रेल विकास और विस्तार में पिछड गई है। रेल के दृष्टिको से २०२० के लक्ष्यों की उपेक्षा की जा रही है। सम्पूर्ण रेल तंत्र को बडी लाइन में परिवर्तित करने का काम नहीं किया जा रहा है। रेल की वार्षिक योजना की क्रियान्विती नहीं की गई है। ७००० रेल स्टेशनों की स्थितियां चिंताजनक है।
किरण ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि रेल की परिचालन लागत पर नियंत्रण एवं अकुंश के कोइ प्रयास नहीं किए गए। नए रेल मार्गो के निर्माण पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। रेल परिवहन का सस्ता एवं सुविधाजनक साधन है। परिवहन लागत कम करने में इसकी बडी भूमिका है।