उदयपुर, उदयपुर के नाते मास्टर प्लान २०३१ को लेकर राजस्थान के चीफ टाउन प्लानर ने अधिकारीयों की बैठक ली और मास्टर प्लान बनाने के पहले विशेष दिशा निर्देश दिए ।
राजस्थान के चीफ टाउन प्लानर एन. के. खरे ने अधिकारियों से कहा है कि उदयपुर के नए मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने से पहले यह ध्यान रहे कि मास्टर प्लान व्यावहारिक हो।
खरे ने यह बात शनिवार को यहां यूआईटी में बैठक के दौरान कहीं। बैठक में यूआईटी चेयरमैन रूपकुमार खुराना भी मौजूद थे। खरे ने कहा कि मास्टर प्लान पर ही किसी क्षेत्र का भावी विकास व विस्तार निर्भर करता है। ऐसे में सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया जाए।
उन्होंने जलदाय विभाग, एवीवीएनएल और संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि वर्ष 2031 तक उनकी क्या जरूरतें रहेगी। उसके प्रस्ताव समय पर दे दें। जिससे कि मास्टर प्लान में उनके लिए जमीन आरक्षित की जा सके।
यूआईटी चेयरमैन रूपकुमार खुराना ने कहा कि मास्टर प्लान में जो भी प्रस्ताव शामिल किए जाने उस अनुरूप काम भी हो सके। इस बात का पूरा ध्यान रखना होगा।
उदयपुर जोन के सीनियर टाउन प्लानर सतीश श्रीमाली ने मास्टर प्लान को लेकर अब तक हुए कार्य की चीफ टाउन प्लानर को जानकारी दी। बैठक में वरिष्ठ नगर नियोजक उदयपुर जोन, सतीश श्रीमाली, एसई अनिल नेपालिया, प्लानिंग शाखा के महेन्द्र सिंह परिहार भी मौजूद थे।