उदयपुर, श्रावण मास में लगने वाला पारम्परिक हरियाली अमावस्या के मेले में कम बारिश होने के बावजूद फतहसागर पर ग्रामीणों की अच्छी भीड रहीं । पुलिस के पुख्ता इंतजामों के बीच मेलार्थियों ने मेले का भरपूर लुत्फ़ उठाया।
हर साल की तरह श्रावण मास में लगने वाला पारम्परिक मेला गुरूवार को अपने पूरे यौवन पर दिखा। सुबह आठ बजे से ही आसपास के गांवों से मेलार्थी महिला, पुरूष बच्चों के आने का सिलसिला शुरू हो गया हांलाकि पिछले दिनों से रूठी बारिश की कमी जरूर खली लेकिन मेलार्थियों के उत्साह में कोई कमी नहीं नजर आई। सालों से सावन मास में बारिश की बंदों से निखर आयी प्रकृति को निहारने की परम्परा रही है। उदयपुर व आस पास के गांवो से युवक युवतियां रंग बिरंगे पोशाकों में मेले का आनन्द लेने फतहसागर की पाल सहेलियों की बाडी पहुंचे दिन तक फतहसागर की पाल पर पांव रखने की जगह नहीं थी। इस बार पैदल चलने वालों को सुविधा के लिए एक काले किवाड से अंतिम छोडर तक सडक के बीच पोल लगा कर रस्सी बांध कर आने जाने के दो रास्ते कर दिये थे। रंग बिरंगी टोपियां और पूंपाडियों के शोर से मेल की रौनक बढा दी थी। इस बार दुकाने पुरी फतहसागर की पाल पर लगी थी। फतहसागर पर देवाली वाले छोर पर डोलर और झूले सजे हुए थे जिसमें दिन भर मेलार्थियों की लम्बी कतारे लगती रही। यूआईटी चौराहे पर भी डोलर, झुले मिकी माऊस हाईट जैसे झुलो का खास कर महिलाओं ने खूब आनन्द लिया। फतहसागर से सहेलियों की बा$डी तक लोगों ने चटपटे व्यंजनों का खूब आनन्द लिया।
अन्य रमणिक स्थलों पर भी भीड : हरियाली अमावस्या के मेले में दूर दराज से आये ग्रामीणों की फतसागर सहेलियों की बाडी के अलावा अन्य पर्यटक स्थल सुखाडिया सर्कल, राजीव गांधी पार्क, गुलाबबाग, दूधतलाई आदि स्थानों पर खासी भीड रही। सुखाडिया सर्कल पर लोगों ने पेडल बोटिंग का आनन्द लिया।
सुरक्षा के कडे प्रबंध : मेले में उमडने वाली भीड को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कडे प्रबंध किये। फतहसागर की पाल पर अस्थाई चौकियां स्थापित की गयी तथा पुलिस कर्मी वर्दी के साथ साथ सादा वर्दी में तैनात थे। हर स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम पर अतिरिक्त जाब्ता तैयार था। अधिकारी दिन भर गश्त पर रहे।
सुव्यवस्थित यातायात: मेले के दौरान यातायात को सुव्यवस्थित व मेलार्थियों की भीड को देखते हुए परिवर्तन किया गया। यातायात पुलिस उपाधीक्षक जगदीश नारायण ने बताया कि मेले के दौरान फतहसागर, सहेलियों की बाडी जाने वाले रोड पर यातायात बंद रखा । झाडोल से आने वाले वाहन महाकालेश्वर चौराहे पर रोक दिये व अन्य दुपहिया व टेम्पों कारों को अम्बावग$ड नयी पुलिया होकर भेजे गये। सहेलियों की बाडी शहर से जाने वाले रो$ड पर आकाशवाणी के वहां रोका गया तथा फतहपुरा से आगे देवाली की तरप* जाने वाले वाहनों को प*तहपुरा चौराहे पर ही रोका गया।