उदयपुर। बोली दाताओं को धमकाना, डराना व पुल बनाना वैसे तो नीलामी को निरस्त करने के लिए काफी है लेकीन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बुधवार 12 अक्टूबर को नगर परिषद् में राजस्व समिति अध्यक्ष अर्चना शर्मा, राजस्व अधिकरी एमएल सामर के सामने प्रभावशाली लोगों ने खुलकर दादागिरी की| नगर परिषद् में राजस्व अधिकरी द्वारा जब चेतक मुख्य डाक घर में सामने नगर परिषद् की बनी तीन दुकानों की बोली शुरू हुई तो कुछ असामाजिक तत्वों और प्रभावशाली लोगों ने खुलकर गुंडागर्दी और दादागिरी की |
आज दिन में नगर परिषद् की इन तीनो दुकानों की बोली लगनी थी, जिसके शुरू होने के पहले ही इन दिनों नगर परिषद् में सक्रिय हुए कुछ भू माफिया और दादा किस्म के लोगों ने आपस में गुट बना कर बोली लगाने का फैसला किया, इसी दौरान बोली लगाने क लिए पहुचे विशाल अग्रवाल को भी इस गुट में शामिल करने की मंशा से बहार बुलाया गया लेकिन विशाल अग्रवाल बाहर नहीं गया और उसने अपने हिसाब से स्वतंत्र बोली लगानी शुरू की, जब इन दादाओं ने बात बिगड़ते देखी तो वे खुल कर दादागिरी पर उतर आये और विशाल अग्रवाल को बोली नहीं लगाने की चेतावनी देते हुए कहा की अगर उसने ऊँची बोली लगायी तो हाथ पांव तोड़ने की धमकी दी, धमकी क बाद भी जब विशाल अग्रवाल अपनी बात पर अड़ा रहा तो दोबारा उसे धमकाते हुए कहा की उसकी बोली सफल भी हुई तो तुझे दुकान नहीं खोलने देंगे| लेकिन विशाल अपनी बात पर अडिग रहे और धमकी देने वालो की नहीं चल पाई, बाद में रेट उचित नहीं होने पर बोली निरस्त कर दी गयी|