उदयपुर, । लेकसिटी में विगत दस दिनों से चल रही शीत लहर के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। सवेरा होते ही जहां धूप का इंतजार होता है वहीं सूर्यास्त के साथ ही सडकों पर सन्नाटा पसर जाता है।
गुरूवार को अधिकतम तापमान २१.८ तथा न्यूनतम तापमान ४.८ डि. सेल्सियम दर्ज किया गया। ठण्डी हवाओं के झोंके दिनभर शरीर पर सूल की भांति चूभते रहे। बच्चों के स्कूट की छुट्टी होने से राहत जरूर मिली लेकिन सर्दी से कोई राहत नहीं मिली। सुबह होते ही घर की महिलाएं बच्चे धूप का इंतजार करते हुए छतों पर दिखे तो कर्मचारी अधिकतर दप*तर का काम छो$ड सुबह-सुबह ठण्डी गलन से भरे ऑफीस के बाहर ही धूप सेकते और चाय की चुस्कीयां लेते दिखे। सुबह की ठण्ड का ये आलम था कि धूप में खडे रहने के बावजूद ठण्ड के मारे हाथ जरकीन और पेंट की जेब में ही रहे। सडकों पर दिनभर दुपहियाधारी पुरूष जेकेट टोपे और मफलर लपेटे नजर आये तो महिलाएं शॉल-स्वेटर, दस्ताने और स्कारफ लपेटे दिखाई दी।
इधर, शाम होते ही शहर का नजारा ही कुछ अलग हो जाता है। ज्यादातर लोग शाम होते ही घरों में दुबक जाते है। कुछ घरों में हीटर लगाकर तो कोई सिगडी लगा आसपास बैठ ठण्ड से निजात पाने की जुगत में लगे रहते है। सर्दी के तेवर इतने तेज है कि आसपास के खुले इलाकों में सर्दी पूरा अपना जोर आजमा रही है। गुलाबबाग, युनिवर्सिटी केम्पस में तो सुबह घास पर बर्प* की परत जम रही है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले अगले ४- ५ दिनों तक सर्दी के तेवर पडने की कोई उम्मीद नहीं है।