टेक्सास का यह परिवार बंदूक से प्यार और पुलिस से नफरत करता है। इनका विश्वास गोली के बदले गोली और आंख के बदले आंख की नीति में है। पिछले ग्यारह साल से ये लोग अमेरिकी पुलिस और एजेंसियों को चुनौती दे रहे हैं। उनके नाम गिरफ्तारी वारंट है लेकिन किसी की हिम्मत नहीं है कि उनके घर के चारों तरफ की फैंसिंग तक पहुंच सके।
करीब दर्जनभर महिला, पुरुष और बच्चों के इस परिवार के मुखिया उनके 63 वर्षीय दादा ‘जॉन जोए ग्रे’ हैं। 1999 के अंत की बात है, एंडरसन काउंटी में जॉन तेज गति से कार चलाते हुए गुजर रहे थे। इस कारण पुलिस ने उन्हें रोका तो उनकी कार में आपत्तिजनक हथियार भी मिले। फिर भी जॉन ने कार से उतरने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने उन्हें उतारना चाहा तो उन्होंने एक अधिकारी के हाथ में काट लिया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनकी जमानत का विरोध किया क्योंकि उनका पुराना रिकॉर्ड भी अच्छा नहीं था।
फिर भी जनवरी 2000 में उन्हें जमानत मिल गई और इसके बाद से उन्होंने कभी भी कोर्ट में अपना चेहरा नहीं दिखाया है। उसने पुलिस अधिकारियों को एक पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि अगर किसी ने भी उसके परिसर में घुसने की कोशिश की तो वह अपने साथ बहुत से शव रखने वाले बैग लेकर आए। त्रिनिदाद के पास के एक ग्रामीण इलाके में परिवार की 47 एकड़ जमीन है।
पिछले ग्यारह साल से ये लोग यहां बिजली-पानी की सुविधा के बिना जी रहे हैं लेकिन उनके पास बंदूकों की कमी नहीं है। ये लोग अपने लिए खुद फसल उगाते हैं और गुजारा करते हैं। सभी सदस्य हर वक्त हथियारों से लैस रहते हैं। उन्होंने अपनी इस जमीन पर हर जगह चेतावनी के बोर्ड भी लगा रखे हैं। जॉन का कहना है कि हम यहां खुद को कैदी नहीं समझते, हम यहां रहकर भगवान के नियमों का पालन कर रहे हैं।