रिपोर्ट- अब्दुल लतीफ़ |
उदयपुर, शहर में दिन-ब-दिन बढ़ रही चैन स्नेचिंग व चोरियों की घटनाओं ने जहां पुलिस की नाक में दम कर रखा है वहीं पुलिस की पकड़ से दूर चोरों के हौंसले लगातार बुलंद होते जा रहे है। शहर में यदि केवल एक माह की चोरियों का आंकलन किया जाए तो पिछले कई दिनों से हर रोज एक चैन स्नेचिंग की वारदात हो रही है और कई घरों में चोरी की वारदातें भी बढ़ी है। पुलिस इस संबंध में अभी तक कुछ भी नहीं कर पा रही है।
पुलिस की पस्त व्यवस्था से जहां जनता परेशान है वहीं पुलिस कार्यवाही के नाम पर आम जनता को आये दिन परेशान कर रही है। चोरों ने जहां पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ा रखी है वहीं पुलिस अधिकारियों के सख्त निर्देश के कारण शहर में तैनात पुलिसकर्मी अपना गुस्सा आम जनता पर निकाल रहे है। पुलिस के हाथ चोर तो लग नहीं रहे है इससे बौखलाई पुलिस शहर के लोगों को परेशान कर रही है।
कल सुखाडिय़ा सर्कल पर इसी गुस्से का प्रकोप तीन युवकों को भुगतना पड़ा। पुलिस ने युवकों को रोक उनके पास मौजूद बाइक के बारे में पूछताछ शुरू की। इन युवकों में से दो युवक नाबालिग नजर आ रहे थे परंतु फिर भी पुलिस ने उन्हें डराना-धमकाना शुरू कर दिया। संतोषप्रद जवाब देने के बाद भी वहां मौजूद तीन-चार पुलिसकर्मी ने उन्हें जाने नहीं दिया। जब पुलिसकर्मियों के कुछ हाथ नहीं लगा तो करीब 15 मिनट परेशान करने के बाद इन युवकों को छोड़ा गया।
शहर में बढ़ती चोरियों और चैन स्नेचिंग की वारदात पर रोक लगाने के लिए पिछले दिनों भाजपा महिला व मोर्चा ने पुलिस अधीक्षक से मिल इस संबंध में एक ज्ञापन भी प्रस्तुत किया था। ज्ञापन के साथ ही उन्होंने शहर में केवल 15 दिनों में हुई करीब 8-10 चोरियों के बारे में भी अवगत कराया था। पुलिस अधीक्षक ने इस संबंध में उन्हें आश्वासन देकर भेज दिया था परंतु शहर में लगातार बढ़ रही चोरियों ने पुलिस की निष्क्रियता को जनता के सामने बेनकाब कर दिया है।
शहर में जब कभी भी चैन स्नेचिंग की वारदात होती है तो इसका खामियाजा पल्सर चलाने वाले युवाओं को भुगतना पड़ता है। शहर में चोरों की धरपकड़ के लिए हर चौराहों पर पुलिसकर्मी तैनात हो जाते है और पल्सर चलाने वालों को पकड़ उनसे पूछताछ की जाती है। संतोषप्रद जवाब देने के बावजूद भी कोई न कोई खामी निकालकर उन्हें चालान तो अवश्य कटवाना ही पड़ता है।