जल्द ही तीसरा मोर्चा गठन के दिए संकेत
उदयपुर, दौसा सांसद डॉ. किरोडीलाल मीणा ने शनिवार को यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में शीघ्र ही तीसरा मोर्चा गठन किए जाने के संकेत दिए।
शहर की एक निजी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में डॉ. किरोडी ने कहा कि गहलोत और वसुन्धरा मिले हुए है और दोनों ने तय कर रखा है कि जो भी पार्टी घोटाला करेगी उसकी जांच नहीं की जाएगी। उनहोंने कि वसुन्धरा ने अपने समय में गुर्जरों और मीणाओं को लडाया था तो गहलोत ने अपने राज में गोपालगढ में दंगे करवाकर हिन्दु-मुसलमानों को लडवाया था। दोनों ही दलों के नेता स्वयं ही लडा रहे है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी को गत दिनों अपनी ही पार्टी के बैठक में भाग गए थे और गुलाबचंद कटारिया जो रथ यात्रा निकालने वाले थे उसे वसुन्धरा ने रद्द करवा दिया।
डॉ. किरोडी ने कहा कि वे नवम्बर माह में पूरे संभाग का दौरा करेंगे ओर तीसरे मोर्चे गठन कर दिया जाएगा। इसके साथ ही दिसम्बर में एक विशाल आमसभा का आयोजन किया जाएगा। जिसको लेकर सरकार हिंसा कर सकती है और दोनों ही दलों के नेता एकजुट होकर उनकी इस सभा में हंगामा कर सकते है। यदि सरकार ने जिला प्रशासन पर दबाव बनाकर उनकी सभा को रद्द करवाने का प्रयास किया तो वे न्यायालय की शरण में जाएंगे और पुलिस व सरकार को न्यायालय के माध्यम से पाबंद करवाएंगे। डॉ. किरोडी ने कहा कि उनके पास करीब चार माह पूर्व अन्ना हजारे के एक आदमी का फोन भी आया था। परन्तु अन्ना के पार्टी बनाने से इंकार करने पर डॉ. किरोडी ने कहा कि अन्ना और रामदेव स्वयं चुनाव नहीं लडेंगे पर अच्छे लोगों को सपोर्ट भी करेंगे।
डॉ. किरोडी ने कहा कि पूर्व में झेर गांव के लोगों के साथ कलेक्ट्री में धरना दिए जाने के बाद और जयपुर में धरना देने पर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, परन्तु अभी तक मात्र झेर गांव में बिजली ही पहुंच पाई है। इसके अलावा स्कूल है तो अध्यापक नहीं है, सडक पूरी टूटी पडी है, चिकित्सालय है तो डॉक्टर नहीं है। इसके साथ ही आदिवासियों का उत्थान करने के नाम पर अधिकारी करोडों डकार रहे है।
इससे पूर्व किरोडी सुबह उदयपुर से रवाना होकर गोगुन्दा गए, जहां पर उनका स्वागत हुआ। इसके बाद उनका खाकडी, जसवंतगढ में भी स्वागत हुआ इसके बाद पाडाखादरा में सभा आयोजित हुई जिसके बाद झाडोल के मगवास में एक सभा का आयोजन हुआ था। जिसमें उनके साथ ललित तलेसरा, रूपेश जैन और रमनदीप सिंह मौजूद रहे थे।
तुरंत हटाई लाल बत्ती: पत्रकार वार्ता के दौरान जब पत्रकारों ने उनकी गाडी पर लगी लाल बत्ती के बारे में प्रश्न पूछा तो किरोडी सकपका गए तथा जोडकर कहा कि गलती हो गई और अपनी गाडी से तुरंत लाल बत्ती हटाने के निर्देश दे दिए।