उदयपुर जिले के कानोड़ कस्बें में भाजपा के दो धड़ों के बीच रविवार को लाठी भाटा जंग हो गई। शहर विधायक कटारिया यहां आयोजित भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने वाले थे,लेकिन झगड़े की सूचना मिलते ही वे डबोक के करीब ही अपने समर्थकों के साथ रिसोर्ट में रूक गए।इधर घायल रणधीर सिंह भीण्डर गुट के लोगों को एमबी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया है।
पिछले एक वर्ष से चल रही भाजपा की गुटबाजी रविवार को सिर फुटौव्वल तक पहुँच गई। रविवार को कानोड़ के एक नोहरें में भाजपा का कार्यकर्ता सम्मेलन था,जिसे शहर विधायक गुलाब चन्द कटारिया सम्बोधित करने वाले थे। ये अलग बात है कि जब भी उदयपुर में कानोड़ मण्डल की सभा हुई है उसमें कटारिया को तव्वजों नहीं दी गई,इतना हीं नहीं मदन दिलावर का भी एक बार तो कायकर्ताओं ने बहिष्कार किया। माना यह भी जा रहा है कि इसी कारण कटारिया जी रविवार को यहां सभा को सम्बोधित करने और पूर्व विधायक रणधीर सिंह भिण्डर के असर को खत्म होने का संदेश देना चाहते थे। रविवार को कटारिया गुट के करीब 150 से ज्यादा कार्यकर्ता नोहरे के अन्दर पहुँच गए और दरवाजा अन्दर से बन्द कर दिया। कटारिया की बैठक का पता चलते है नोहरे के बाहर रणधीर सिंह समर्थक एकत्रित होने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस जाब्ता भी मौके पर पहंुच गया। साढ़े बारह बज चुके थे कटारिया जी तब तक नहीं पहंुचे । मामला बिगड़ता देख नोहरे के अन्दर बैठे कटारिया गुट के लोगों ने लाल मिर्च का पाउडर बाहर की और फेंकना शुरू कर दिया। रणधीर सिंह भिण्डर के समर्थक और पुलिस कर्मी आंखे मसलने लगे। तभी कटारिया समर्थक नोहरें की छत पर चढ़कर ईंटे और पत्थर बरसाने लगे।जिसमें पुलिस कर्मियों के साथ दर्जन भर लोग घायल हो गए। गुस्साए रणधीर सिंह भिण्डर के समर्थक नोहरे का दरवाजा तोड़कर अन्दर घुस गए तो सभी कटारिया समर्थक नोहरे की पीछे की दीवार कुद वहां से फरार हो गए।
कानोड़ कस्बे का ये नोहरा रविवार को भाजपा का अखाड़ा बन गया। लेकिन ना तो यहां कटारिया आए ना हीं रणधीर सिंह भिण्डर।