उदयपुर। राजस्थान जहां पहले स्वाइन फ्लू, डेंगू और मलेरिया में नंबर वन था वहीं अब zika virus पीडितों के मामलों में भी नंबर वन आ गया है। जीका का पहला केस जयपुर के शास्त्री नगर में आया जरूर था लेकिन अब zika virus पूरे जयपुर शहर अपने पैर पसार चुका है। वहीं विभाग अब भी शास्त्री नगर में घर घर सर्वे कर लार्वा को नष्ठ कर जीका वायरस की स्थिति नियंत्रण में होने की बात कह कर अपनी पीठ थपथपा रहा है। शुक्रवार को जीका वायरस ने नहरी का नाका, बैनाड रोड,न्यू सांगानेर रोड स्थित क्षेत्र में दस्तक दे दी है और अब जीका धीरे धीरे पूरे शहर को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। वहीं स्वाइन फ्लू,डेंगू और अब जीका के मामलों में राजस्थान पूरे देश में नंबर वन पर आ गया है।
जीका वायरस अब जयपुर के शास्त्री नगर से निकल कर अन्य क्षेत्रों में भी अपनी दस्तक देता है। विभाग के अफसरों का कहना है कि वायरस का फैलाव धीरे धीरे अब पूरे शहर में फैल रहा है। वायरस शास्त्री नगर से कई किलोमीटर दूर न्यू सांगानेर रोड और बैनाड रोड तक भी पहुंच गया है। वायरस के फैलाव को देखते हुए शहर के वाशिंदों में भय व्याप्त हो गया है। शुक्रवार को राजधानी जयपुर में 10 नए मामले जीका वायरस के सामने आए। इनमें से 5 मामले शास्त्री नगर के थे और 5 मामले इन बाहरी क्षेत्रों में थे।
चूंकि जीका वायरस की पहचान करना बेहद ही मुश्किल है। संक्रमित व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ दिखता है और उसे शुरूआत में हल्का सा बुखार रहता है। विभाग के अफसरों का कहना है कि संक्रमित व्यक्ति बाहरी इलाकों में भी जा रहे हैं और जीका का वायरस डेंगू में मच्छर के जरिए अन्य लोगों को भी अपना निशाना बना रहा है।
हर बीमारी में राजस्थान नंबर वन : देश में राजस्थान स्वाइन फ्लू के पॉजिटिव मामले और मौंत के मामले में नंबर वन है। वहीं डेंगू के मामलों में भी अब तक नंबर वन चल रहा है। अब जीका वायरस के मामलों में भी राजस्थान नंबर वन पर है।
जब शास्त्री नगर में जीका वायरस का पहला मामला सामने आया तो विभाग इस मामले को दबा गया। क्षेत्र में जब जीका वायरस के मरीजों की सुनामी आई तो दस दिन बाद अफसर क्षेत्र में पहुंचे। लेकिन अफसरों ने वायरस को नियंत्रण करने से ज्यादा विभाग के संसाधन मामलों में दबाने में लगाए।
राजस्थान में “जीका” वायरस बना हुआ है जी का जंजाल .
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