उदयपुर, कलक्टर विकास सीतारामजी भाले ने नेहरु युवा केन्द्र के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में गठित युवा मण्डलों के युवाओं को मोताणे जैसी सामाजिक कुरीतियों की रोकथाम में सक्रिय करने, सामाजिक अंकेक्षण में सहयोग लेने, थाना स्तर पर गठित सीएलजी की समितियों में सदस्य बनाकर सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर मंगलवार को कलक्टे्रट के सभाकक्ष में जिला युवा बोर्ड एवं सलाहकार समिति की बैठक में अध्यक्षता करते हुए नेहरु युवा केन्द्र की गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे।
जिला कलक्टर ने यह भी निर्देश दिये कि शिक्षा विभाग, खेल विभाग, राष्ट्रीय सेवा योजना, एन.सी.सी.,स्काउट, गाईड व नेहरु युवा केन्द्र से जु$डे युवाओं को जीवन कौशल शिक्षा से जो$डकर सकारात्मक सोच विकसित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं की उर्जा का समाजहित में रचनात्मक सहयोग मिले इसके लिए आवश्यक है कि युवाओं में सकारात्मक सोच का विकास हो।
जिला कलक्टर ने युवाओं को कृषि विभाग की आत्मा परियोजना, चिकित्सा विभाग की एड्स नियंत्रण कार्यक्रम तथा जिला परिषद की मनरेगा एवं ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रमों से जो$डने के निर्देश भी संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिये। जिला कलक्टर ने यह भी निर्देश दिये कि युवा ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा में मजदुरी उपलब्ध कराने के लिए प्रयास करें और फार्म नम्बर 6 भरवायें। उन्होंने इस योजना में समूह में मजदूरी दिलाने के लिए युवाओं को विशेष रुप से आगे आने की आवश्यकता बतायी।
नेहरु युवा केन्द्र के जिला समन्वयक पवन अमरावत ने प्रारम्भ में गतिविधियों की जानकारी देते हुए युवा मण्डल सर्वे अभियान कार्यक्रम, मेन्टर क्लब परियोजना, युवा मण्डलों को खेल सामग्री सहायता, जिला युवा सम्मेलन, युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम, युवा मण्डल सशक्तिकरण, कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम, युवा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं किशोर स्वास्थ्य एवं विकास परियोजना के अन्तर्गत किये जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी।