उदयपुर. देश के दूसरे वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन 10 से 12 फरवरी तक लेकसिटी में होगा। वंडर सीमेंट, राजस्थान टूरिज्म और हिंदुस्तान जिंक के संयुक्त तत्वावधान में होने जा रहे इस कार्यक्रम की संकल्पना और प्रोडक्शन सहर ने किया है। फेस्टिवल के लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही है। फतहसागर और गांधी ग्राउंड पर स्टेज बनाए जा रहे हैं।
फेस्टिवल निदेशक संजीव भार्गव के अनुसार गांधी ग्राउण्ड और फतहसागर की पाल पर होने वाले इस आयोजन में संगीत की विभिन्न श्रेणियों में भारत सहित ब्रिटेन, दक्षिणी अफ्रीका, इटली, सेनेगल, कनाड़ा, आर्मिनिया, टर्की, मैसोडोनिया, मोजाम्बिक, नार्वे, ईरान, क्यूबा, स्विट्जरलैण्ड के 150 से अधिक वैश्विक कलाकार शिरकत करेंगे। लय, सुर और ताल के इस अद्भुत और रोमांचकारी कुंभ में लंदन के गिरिजाघर के गायक दल और नियाज बैण्ड के आजम अली जैसे कई कलाकार भारत में पहली बार अपनी प्रस्तुति देंगे।
उदयपुर में दूसरी बार हो रहे वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल का उद्देश्य राजस्थान में एक महत्वपूर्ण वार्षिक आयोजन की स्थापना के अलावा दक्षिण एशिया में संगीत क्षेत्र में इस शहर को एक बड़े गंतव्य के तौर पर प्रतिस्थापित करना भी है। इतने बड़े पैमाने पर इस आयोजन के जरिए भारत के सबसे बेहतरीन पर्यटन स्थलों में शुमार यह शहर एक सांस्कृतिक गंतव्य बनकर उभर सकेगा। एेसे में पर्यटक इस कार्यक्रम में उपस्थिति की प्राथमिकता को अपने सालाना यात्रा कैलेंडर में जरूर शामिल करना चाहेंगे।
मकदुनिया के जिप्सी बैण्ड करेगा आगाज
फेस्टिवल का आगाज 10 फरवरी को गांधी ग्राउण्ड में मकदुनिया के जिप्सी बैण्ड के कलाकार कोकानी आर्केस्ट्रा करेंगे। इसी दिन भारत के जाने माने सूफी गायक कैलाश खेर के अलावा मोजाम्बिक, नार्वे, स्वीडन और जिम्बावे के कलाकार मोनोसवेजी बैण्ड के साथ, कनाडा व ईरान के कलाकार आजम अली नियाज बैण्ड के साथ इलेक्ट्रो सूफी वल्र्ड का प्रदर्शन करेंगे।
दूसरे दिन का आकर्षण हॉट वाटर
दूसरे दिन कार्यक्रम की शुरुआत फतहसागर की पाल पर तीन बजे से सेनेगल से आए अबलेए किस्सोको की प्रस्तुति से होगी। इसके बाद संत कबीर की रचनाओं से भारतीय बैण्ड कबीर कैफे माहौल को आध्यात्म से सराबोर करेगा। इसी दिन शाम को भारतीय बैण्ड परवाज और दक्षिणी अफ्रीका का वल्र्ड म्यूजिक बैण्ड हॉट वॉटर पर अपनी आकर्षक प्रस्तुति देंगे।
गिरिजाघर कलाकार करेंगे समापन
महोत्सव के अंतिम दिन फतहसागर पाल पर 12 फरवरी को भारत में किसी मंच पर नहीं देेखे गये ट्रांस और गॉस्पल संगीत की प्रस्तुति होगी। जो संगीत की विलक्षण और पराकाष्ठा से परिपूर्ण अभिव्यक्ति भी मानी जा सकती है। कार्यक्रम का समापन गांधी ग्राउण्ड पर इटली के बैण्ड आफी सीना की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति, भारतीय संगीतकार व गिटारवादक धु्रव घाड़ेकर के नये प्रोजेक्ट धु्रव वॉयज और लंदन से आए गिरिजाघर के कलाकार आधुनिक ताल व लय के संयोजन से होगा।