05 जून, को विश्व की प्रमुख तेल, गैस और धातु कंपनी में से एक वेदांता लिमिटेड हमेशा जल, ऊर्जा और कार्बन प्रबंधन जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करता है। समूह ने हिंदुस्तान जिंक, केयर्न ऑयल एंड गैस, इलेक्ट्रोस्टील स्टील, सेसा आयरन आॅर बिजनेस और वेदांता एल्यूमीनियम सहित अपने समूह की कंपनियों के माध्यम से पानी की खपत का अनुकूलन करने, ऊर्जा उत्पादकता बढ़ाने, जलवायु परिवर्तन को कम करने और जैव विविधता को सुरक्षित रखने के लिए उन्नत तकनीकों को अपनाया है।
विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में हिन्दुस्तान जिंक के प्रधान कार्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस को थीम ’अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता’ पर मनाया गया। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सोश्एिल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हिन्दुस्तान जिं़क प्रधान कार्यालय में श्री सुनील दुग्गल-मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री अरूण मिश्रा-उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी, हेड-कार्पोरेट सर्विसेज, श्री वी. जयरमन, चीफ-सेफ्टी, श्री आर.एस. आहुजा, कंपनी सचिव-श्री राजेन्द्र पण्डवाल तथा कर्मचारियों ने सीताफल, अमरूद, नीम एवं आम के पौधों का पौधारोपण किया।
इस अवसर पर कंपनी के सभी उच्च अधिकारियों ने पर्यावरण संरक्षण पर अपने वर्चअुल पौधारोपण पर विचार व्यक्त किये। सभी ने जैव विविधता संरक्षण एवं पर्यावरण सुरक्षा पर ध्यान देने तथा जागरूकता का आव्हान किया। जिं़क काॅलोनी में आम, चीकू, अमरूद कठहल, नीबू के पौधे एवं सीड्स वितरित किये गये। इस अवसर पर कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के लिए पर्यावरण स्लोगन, पर्यावरण पर आधारित क्वीज प्रतियोगिता, पोस्टर, निबंध आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया तथा विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
हिन्दुस्तान जिं़क की इ्रकाई जावर खदान में पर्यावरण दिवस मनाया गया। खदान के प्रबन्धक-खान, प्रबन्धक-बीपी प्रोजेक्ट, यूनियन प्रतिनिधि, प्रबन्धक-ओईएम प्रोजेक्ट प्रत्येक ने व्यक्तिगत रूप से पौधों को गोद लिए है तथा वे पिता की तरह पौधों की देखभाल करेंगे और उन्हें बढ़ते देखेंगे।
विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हुए, वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक ने वाॅटर पाजिटिव कंपनी बनने का अनूठा गौरव हासिल किया। कंपनी द्वारा खपत किए गए पानी में से 2.41 गुना वाॅटर पाॅजिटिव होने से यह वैश्विक स्तर पर शीर्ष जल संरक्षण कंपनियों में से एक है। डॉउजोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स द्वारा हिन्दुस्तान जिं़क को एशिया पैसिफिक में स्थिरता में पहला स्थान दिया गया है।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, वेदांता समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सुनील दुग्गल ने कहा, कि “हमारे पास जल प्रबंधन के लिए एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण है जिसका उद्देश्य हमारे प्रदर्शन में निरंतर सुधार करना है, पानी के महत्व को पहचानना और स्थायी जल प्रबंधन में योगदान करना है। यह उपलब्धि उन प्रयासों का प्रमाण है जो हमारी टीम ने वर्षों से जारी रखें हैं हम इस स्कोर में लगातार सुधार करते हुए इसे जारी रखेंगे।
वेदांता समूह का मानना है कि जल संरक्षण एक सामूहिक जिम्मेदारी है और सतत विकास के लिए नाॅन नेगोशिएबल है। प्रचुरता में होने के बावजूद केवल 4 प्रतिशत पानी का औसत मनुष्य के लिए उपयुक्त माना जाता है। इस प्रकार, पानी हमेशा संरक्षित होने के लिए एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है।
शून्य क्षति, शून्य अपशिष्ट, शून्य निर्वहन के अपने स्थिरता स्तंभों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, वेदांता ने अक्षय ऊर्जा की 1,653 इकाइयां बनाई हैं, जबकि सौर ऊर्जा परियोजनाओं को 22 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने के लिए कमीशन किया गया है। फ्लाई-ऐश, स्लैग और जारोसाइट जैसे उच्च मात्रा वाले कम प्रभाव वाले कचरे का लगभग 92 प्रतिशत पुनर्नवीनीकरण किया जा रहा है। वेदांता हरित खनन के लिए प्रतिबद्ध है और कंपनी कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए व्यवसायों में वैश्विक दृष्टिकोण अपना रही है।
देश के सर्वाधिक हरित बिजली संयंत्रों में से एक के रूप में स्थापित, थर्मल पावर प्लांट टीएसपीएल पंजाब की बिजली की आवश्यकता का 30 प्रतिशत है और कम ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन, कम पानी की खपत और कम सहायक बिजली की खपत के साथ हायर सायकल एफिशिएंसी पर आधारित है । जीरो वेस्ट के अपने लक्ष्य की खोज में, टीएसपील ने पर्यावरण को शून्य क्षति सुनिश्चित करने के लिए विश्व स्तरीय तकनीक को अपनाया है। इसमें कम एनओएक्स बर्नर से लैस बॉयलर हैं और अलग-अलग ओवरफायर एयर (एसओएफए) सिस्टम बहुत कम एनओएक्स उत्सर्जन सुनिश्चित करता है।
केयर्न ऑयल एंड गैस जिला प्रशासन, सरकारी एजेंसियों और विशेषज्ञों के साथ मिलकर कार्य कर रहा है, ताकि न केवल न्यूनतम स्तर पर पर्यावरणीय फुटप्रिन्ट बनाए जा सकें, बल्कि बाड़मेर में ग्रीन बेल्ट क्षेत्र का विस्तार भी किया जा सके। मुख्य रूप से ध्यान जैव विविधता को संरक्षित करने पर रहा है, जो पर्यावरण दिवस 2020 के लिए केंद्रीय विषय है, ताकि क्षेत्र में कई लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा हो सके।
हाल ही में समूह द्वारा अधिग्रहित इलेक्ट्रोस्टील स्टील (ईएसएल) द्वारा सस्टेनेबिलिटि को स्थापित करने में कोई समझौता नहीं है और कंपनी ने पर्यावरण के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण काम किया है। फ्लाई-ऐश के उत्पन्न केवल 10 प्रतिशत को पुर्नउपयोग से, ईएसएल 100 प्रतिशत वॉल्यूम के उपयोग में सक्षम हो गया है। यह सीमेंट कंपनियों के साथ फ्लाई-ऐश के लिए बिक्री समझौते की स्थापना के द्वारा प्राप्त किया गया है, जहां उप-उत्पाद का उपयोग कई मिश्रित सीमेंट अनुप्रयोगों में किया जाता है। वित्त वर्ष 2020 में, ईएसएल ने ् 108,000 मीट्रिक टन फ्लाई-ऐश सीमेंट कंपनियों को हस्तांतरित किया। इसी तरह की सफलता ब्लास्ट-फर्नेस स्लैग के साथ भी है, जहां ईएसएल ने उत्पन्न कचरे के पुनर्पूंजीकरण स्तर को 30 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक बढ़ाया है।