उदयपुर. अब उदयपुर में चैन स्नेचर्स, रोड रोमियो और ईव टीजिंग करने वालों की खैर नहीं, इन सभी को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि अब धर दबोचने के लिए उदयपुर में एक नहीं बल्कि 24 किरण बेदी तैयार हो चुकी हैं। जी हां, उदयपुर में जिला पुलिस की ओर से एक अनूठी पहल महिला गश्ती दल के रूप में की गई है। इस व्यवस्था का शुभारम्भ गुरूवार से शहर में हुआ।
मोटरसाइकिल पर उपकरणों से लैस रहेंगी हमेशा
इस 24 सदस्यीय महिला पुलिस के मोटर साइकिल सवार गश्ती दल को विशेष प्रशिक्षण देकर तैयार किया गया है। इनके पास विशेष तरह की मॉडिफाइड बाइक है जिसमें लाइट, हूटर और पब्लिक एड्रेस सिस्टम है। इनके पास वायरलैस सिस्टम के अलावा पिस्टल व पुलिस केन रहेगा। ये दल हमेशा सुरक्षा उपकरणों, फस्र्ट-एड बॉक्स एवं अन्य संसाधनों से लैस रहेगा। ये दल दो शिफ्टों में 8-8 घंटों के लिए शहर में राउंड मारेगा। हाथ में पिस्टल और वायरलैस फोन के साथ बाइक पर सवार ये महिला पुलिसकर्मी जहां से भी गुजरेंगी अपरााधियों के मन में खौफ जरूर पैदा होगा।
महिलाएं बेखौफ होकर घूम सकेंगी
यह महिला गश्ती दल उदयपुर शहर में महिलाओं, छात्राओं, बच्चों तथा पर्यटकों के साथ होने वाले अपराधों की रोकथाम एवं तत्काल सहायता उपलब्ध कराने में प्रभावी भूमिका निभाएगा। इस गश्ती दल के पीछे खास मकसद यह है कि पिछले कुछ सालों में महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ गए थे और चैन स्नेचिंग जैसी घटनाएं आए दिन हो रही थीं। ऐसे में इस गश्ती दल के बाद अपराधियों में खौफ बढ़ेगा व ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकेगी। साथ ही महिलाएं भी बेखौफ होकर घूम सकेंगी।
मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर की शुरुआत
इस गश्ती दल को मुख्यमंत्री ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने महिला गश्ती दल को बधाई और शुभकामनाएं दी। साथ ही उदयपुर जिला पुलिस की इस पहल के लिए सराहना की। उन्होंने गश्ती दल की महिला सदस्यों से पेट्रोलिंग, हथियारों एवं अन्य उपकरणों के बारे में जानकारी ली और उनके साथ फोटो खिंचवाकर हौसला अफजाई की। इस अवसर पर गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, आईजी आनन्द श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर रोहित गुप्ता, पुलिस अधीक्षकश्री राजेन्द्र प्रसाद गोयल सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी मौजूद थे।