उदयपुर। परसाद थाना पुलिस व आबकारी विभाग ने अलग-अलग कार्रवाई कर वीडियो कोच बस से करीब 35 लाखा रुपए की हरियाणा निर्मित अंग्रेजी शराब बरामद की। परसाद पुलिस ने चालक व खलासी को गिरफ्तार किया। वहीं, आबकारी दल की कार्रवाई में आरोपित फरार हो गए, जिनकी तलाश जारी है। शराब तस्करी के लिए इन बसों को विशेष तरह से तैयार किया था।
चमचमाती बस में सवारी के बजाए शराब
पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि मुखबिर से सूचना पर एएसपी चन्द्रशील ठाकुर के नेतृत्व में परसाद थानाधिकारी भरत योगी मय टीम ने थाने के बाहर हाईवे पर नाकाबंदी की। इस दौरान उदयपुर नंबर की चमचमाती बस में सिर्फ चालक व खलासी ही दिखा। अंदर सवारी नहीं होने पर पुलिस को शक हुआ।
पूछताछ पर चालक ढाणी सेमारी निवासी जगदीश रेबारी और राजू रेबारी ने ट्यूरिस्ट बस होना बताया। पूरे रास्ते एक भी सवारी नहीं बिठाने पर पुलिस को शक हुआ। अंदर जाने पर परफ्यूम की खुशबू मिली तथा बस की सीट व खिड़की की सीट की लंबाई समान मिली। गैलेरी में जाने पर पांच फीट के ऊपर वाले जवान अंदर घुस ही नहीं पाए। जवानों के सिर बस की छत से टकरा रहे थे।
शक होते ही चालक व खलासी से पूछताछ की तो वे घबरा गए। कड़ाई से पूछा, तो उन्होंने बस की गैलेरी में मेटिंग के नीचे शराब होना बताया। स्क्रू को खोलकर मेटिंग हटाई तो गैलेरी में बने बॉक्स में 267 पेटी हरियाणा निर्मित अंग्रेजी शराब मिली। चालक व खलासी को गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद पुलिस ने बस्सी सलूम्बर निवासी क्रूर सिंह को नामजद किया है।
गुजरात जाकर फोन करना था
आरोपितों ने बताया कि शराब तस्करी के लिए ही इस बस को उदयपुर में तैयार किया गया था। शराब हरियाणा से भरने के बाद सीधे ही गुजरात खाली करनी थी। गुजरात जाकर उन्हें बस्सी के ही एक तस्कर के नम्बर दिए गए थे और वहां पहुंचने के बाद बताई जगह पर शराब पहुंचानी थी। एक ट्रिप के लिए चालक व खलासी को 15 से 20 हजार रुपए तय किए थे। आरोपितों ने इससे पूर्व भी गुजरात शराब पहुंचाई। रिमांड लेकर बस मालिक व तस्करी के इस रैकेट का खुलासा किया जाएगा।