वरिष्ठ भाजपा नेता जसवंत सिंह ने पार्टी से बगावत कर दी है। जसवंत सिंह बाड़मेर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।
जसवंत सिंह ने रविवार को कहा,मैं सोमवार शाम 4.30 बजे बाड़मेर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करूंगा। बकौल जसवंत सिंह,पहले उन्होंने कहा,मेरा अनुरोध एडजस्ट नहीं किया जा सकता। बाद में कहा,मुझे एडजस्ट कर दिया जाएगा। मैं टेबल या कुर्सी नहीं हूं जिसे कहीं भी एडजस्ट कर दिया जाए। इस तरह का बयान घमंडी और अपमानजनक है।
मैं एडजस्टमेंट की राजनीति में विश्वास नहीं करता। मैंने कभी अन्य दल में शामिल होने के बारे में विचार नहीं किया। कांग्रेस को सपना नहीं देखना चाहिए। मैं जातियों की राजनीति नहीं करता। मेरे अंदर किसी तरह का घमण्ड नहीं है। भाजपा ने सिद्धातों से समझौता किया है। आखिरी चुनाव अपने घर से लड़ना चाहता था। पार्टी ने टिकट नहीं दिया। अब निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा।
भाजपा ने जसवंत सिंह को बाड़मेर से उम्मीदवार नहीं बनाया। भाजपा ने हाल ही में पार्टी मेे शामिल हुए कर्नल सोनाराम को बाड़मेर से टिकट दे दिया। इससे जसवंत सिंह नाराज हो गए। इस बीच राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जैसलमेर और बाड़मेर के आठ विधायकों को जयपुर बुलाया है। जसवंत सिंह के बेटे और शिव से विधायक मानवेन्द्र सिंह ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पार्टी से एक माह का अवकाश मांगा है।