उदयपुर। टूरिस्ट सिटी और लेकसिटी को अब वाई-फाई सिटी की पहचान दिलाने की नई कोशिश शुरू की गई है। जिला प्रशासन ने पहल करते हुए इस बारे में निजी फोन कंपनियों से बातचीत चालू कर दी है।
इसी के साथ केन्द्र सरकार द्वारा राजस्थान में स्मार्ट सिटी बनाने की होने वाली घोषणा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने यह दर्जा उदयपुर को दिलाने की पैरवी भी की है। जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर ने इंटरनेट यूजर्स और शहर में ऑनलाइन सुविधाओं को बढ़ाने के लिए पूरे शहर को वाई-फाई से जोड़ने की सोच पर काम शुरू किया है।
टाटा कंपनी के प्रतिनिधियों से वाई-फाई नेटवर्क पर चर्चा की गई है। इसमें फिलहाल तकनीकी तौर पर और जानकारियां लेनी बाकी हैं। इसके अलावा रिलायंस कंपनी के प्रतिनिधियों को भी बातचीत के लिए बुलाया गया है।
एक करोड़ अनुमानित खर्च
प्रशासन के अनुसार शहर में वाई-फाई पर अनुमानित एक करोड़ रूपए का खर्चा आएगा। वास्तविक गणना फिलहाल तैयार नहीं है, लेकिन इतना पैसा सरकारी विभागों या किसी न किसी स्तर पर वहन कर शहर को ऑनलाइन सुविधाओं में देश में आगे लाने का रास्ता खोजा जा
सकता है।