उदयपुर.चैन्नई के अरिग्नर अन्ना जूलॉजिकल पार्क से सफेद बाघ रामा सोमवार शाम को उदयपुर के लिए रवाना हो गया। रामा के जूलॉजिकल पार्क से जाने पर उसकी फैमिली के सभी टाइगर सदस्य उदास दिखे। सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के डॉ. हिमांशु व्यास के नेतृत्व में टीम उसके केयर टेकर चेल्लाईया के साथ सोमवार शाम साढ़े 5 बजे टाइगर के साथ रवाना हुई।
सीसीएफ (वन्यजीव) राहुल भटनागर ने बताया कि टीम चेन्नई से सफेद बाघ को लेकर रवाना हो गई है। जो 28 सितंबर तक पहुंच जाएगी। जूलॉजिकल पार्क के डायरेक्टर से अनुमति मिलने के बाद वहां से सफेद बाघ का केयरटेकर भी साथ आ रहा है। केयर टेकर एक सप्ताह तक उदयपुर में रहेगा। टाइगर के यहां के माहौल में सहज होने के बाद वह वापस चैन्नई चला जाएगा।
डीएफओ टी. मोहन राज ने बताया कि यहां टाइगर और सफेद बाघ में बहुत प्रेम है। टाइगर केयर-टेकर की इतनी बात मानते हैं कि उसकी एक आवाज पर आ जाते हैं। आमतौर पर किसी जूलॉजिकल पार्क से टाइगर को शिफ्ट करने के लिए ट्रंकुलाइज करने की जरूरत पड़ती है। लेकिन इस टाइगर को बेहोश करने की जरूरत नहीं पड़ी। पिंजरा लगाकर केयर टेकर ने प्रेम भरे भाव से रामा कहकर एक आवाज लगाई तो रामा तुरंत पिंजरे में आ गया। केयर टेकर चेल्लाईया ने अधिकारियों को बताया कि सफेद बाघ अनु-भीष्म जोड़े की संतान है रामा। अनु-भीष्म दोनों दिल्ली जू में थे। जिन्हें चेन्नई के इस जूलॉजिकल पार्क में शिफ्ट किया था। रामा का जन्म 3 अगस्त 2011 को अरिग्नर अन्ना जूलॉजिकल पार्क में हुआ था। यह बंगाल टाइगर (पुली) है।