जयपुर। राजधानी की पुलिस इस साल से आवारा और मनचले मजनुओं के पीछे पड़ गई है। पुलिस ने एक जनवरी को दो मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर इनपर वाट्स एप सुविधा शुरू की है, जिसपर आठ जनवरी तक चालीस शिकायतें आई हैं।
जिसमें से आधी शिकायतें मजनुओं और मनचलों के खिलाफ हैं। पुलिस इन शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने तरीके से इन मनचलों का भूत भी उतार रही है। दोनों नंबर पुलिस कंट्रोल रूम में रखे गए हैं।
केस 1
चार जनवरी को शिप्रापथ इलाके से एक छात्रा ने पुलिस के वाट्स एप नंबर पर मैसेज किया कि उसे एक युवक अश्लील मैसेज भेजता है और मोबाइल पर फोन करता है। छात्रा ने मना किया तो सिरफिरे ने देख लेने की धमकी दी।
बाद में छात्रा ने पुलिस को उसका मोबाइल नंबर मैसेज किया। पुलिस ने मोबाइल नंबर ट्रेस कर जांच की तो युवक शिप्रापथ इलाके का ही था। उसे लेकर पुलिस छात्रा के घर गई और छात्रा के सामने ही उसे ठीक से समझाया। हालांकि छात्रा ने किसी भी तरह की कानूनी प्रक्रिया के लिए मना कर दिया।
केस 2
छह जनवरी को शिप्रापथ इलाके में रहने वाली एक कामकाजी युवती ने पुलिस के वाट्स एप नंबर पर फोन कर एक युवक के बारे में सूचना दी। उसने बताया कि युवक उसे परेशान करता है और दोस्ती का दबाव बनाता है।
फोन पर गंदे मैसेज भेजता है। पुलिस ने मोबाइल नंबर ट्रेस किया। सात जनवरी की दोपहर ही पुलिस सिरफिरे को लेकर युवती के घर पहुंच गई और युवती से उसके सामने ही पूछताछ की। मामला खुलने के बाद मजनूं ने माफी मांगी। बाद में युवती ने केस दर्ज कराने से मना कर दिया।
सात दिन में जुड़े 517 लोग
पुलिस की इस नई सुविधा को सार्वजनिक करने के बाद से अब तक इन दोनों मोबाइल नंबरों से 517 लोग मोबाइल नंबरों के जरिए जुड़ चुके हैं। यह संख्या हर दिन तेजी से बढ़ रही है।
इस सुविधा के अच्छे परिणाम आने के बाद अब हर थाने को भी इस प्रक्रिया से जोड़ने की तैयारी है। थाने से इस सुविधा को जोड़ने के बाद इन शिकायतों का और जल्दी निपटारा संभव हो जाएगा।
इसी साल जारी किए ये नंबर
8764868199
8764868200