उदयपुर. आयड़ और झीलों में गंदगी बहाने वालों को नामजद किया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों से एक माह में रिपोर्ट तलब की है।
मुख्यालय से सोमवार को निर्देश मिलने के साथ ही स्थानीय अधिकारियों ने इस पर काम शुरू कर दिया है। हाईकोर्ट के आदेशों की पालना के तहत आयड़ व झीलों में प्रदूषण पर निगरानी के लिए जयपुर और स्थानीय स्तर पर दो टीमों का गठन किया गया है।
सरकार के निर्देशानुसार स्थानीय टीम झीलों व आयड़ में गंदगी बहाने, अतिक्रमण से संबंधित रिपोर्ट तैयार करेगी और जयपुर टीम को भेजेगी। इस रिपोर्ट के आधार पर प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और रोकथाम के उपाय किए जाएंगे।
मंडल के क्षेत्रीय कार्यालय की टीम को आयड़ नदी और झीलों में मलयुक्त जल का प्रवाह करने वाले लोगों और प्रतिष्ठानों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में इस बात का पता लगाया जाएगा कि कौन व्यक्ति बिना सेफ्टी टैंक के प्रदूषित जल और मल का प्रवाह आयड़ नदी और झीलों में कर रहा है। क्षेत्रीय टीम में मंडल के वैज्ञानिक डॉ. भूपेंद्र सोनी और कनिष्ठ पर्यावरण अभियंता बलजीत मीणा को शामिल किया गया है।
What will be checked………. Municipal/Domestic/Sewage……. whom will be checked……. local administration/public/externals………. many such type of questions………… committee will submit report with the facts which are given lot many times earlier by many workers (Social Activists/ Conservationists/ Environmentalists etc.)…………. again a good compilation for the Reference Section of Libraries……..
Best solution is execute the laws effectively …….