उदयपुर। बारिश और उमस के मौसम के चलते शहर में वायरल, गले का संक्रमण,निमोनिया , अस्थमा, एलर्जी की समस्या बढ़ गयी है। बदले मौसम से पनपे वायरस का नतीजा है। की महाराणा भूपाल चिकित्सालय में पिछले सप्ताह से मलेरिया और वायरल के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है। जनरल आउट दौर में फिजिशियन के कक्ष में मरीजों कि लम्बी कतारें लगी हुई है । उदार बाल चिकित्सालय में भी माता पिटा अपने बीमार बच्चों को गोद में उठाय लम्बी कतार में लगे हुए है। चिकित्सकों के अनुसार बारिश में भीगने के बाद लम्बे समय तक गिले कपड़ों में ही रहना बीमार कर रहा है।
एम्बी अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.माहूर ने बताया कि मोसम में बदलाव से जहाँ मलेरिया और वायरल ने अपने पेर पसरे है वहीँ दमा के मरीज २० प्रतिशत तक बढ़ गए है।निजी चिकित्सलत अमेरिकन गीतांजलि आदि में भी मरीजों कि संख्या में इजाफा हुआ है। शिशु रोग विशेसग्य के अनुसार मोसम में बदलाव के साथ ही बीमार बच्चों कि संख्य में ३० से ४० प्रतिशत तक कि बढ़ोतरी हुई है ।
चिकित्सको कि राय में ये रखें ध्यान :
*बरसात में भीगने के बाद लम्बे समय तक गिले कपड़ों में नहीं रहें ।
*बच्चों को बरसात में नहीं भीगने दें
*बीमार होने पर तुरंत डॉक्टर कि सलाह लें। गला ख़राब होने पर ठन्डे तरल पदार्थ नहीं लें,।
*मच्छरों और बारिश से पैदा होने वाले कीटों से सुरक्षा रखे ।