उदयपुर, भारतीय जलदाय कर्मचारी संघ जिला उदयपुर द्वारा पूर्व में दिये गये 5 सूत्री मांग पत्र को स्वीकृत कर विभाग द्वज्ञरा कर्यवाही नहीं किये जाने के विरोध स्वरूप सोमवार से राघवेन्द्र सिंह सारंगदेवोत के नेतृत्व में 11 कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ कर एक आम सभा की।
आम सभा को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि उदयपुर में लंबे समय से अनिश्चितता का वातावरण बना हुआ है। जिसके कारण विभाग को 55 करोड रूपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है। जो जांच का विषय तो है ही तथा ऐसी अनियमितता करने वाले लोगों के खिलाफ जांच कर दोषी अधिकारी एवं ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जावें।
महासंघ के महामंत्री बृजराज आचार्य ने जलदाय श्रमिकों की मांगों पर सरकार से हुई वार्ता की जानकारी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने 10 फरवरी तक श्रमिकों की मांगो को पूरा किये जाने का आग्रह करते हुए कहा कि जिन योजना को नगर पालिका एवं पंचायती राज को सौंपे जाने के आदेश निरस्त नहीं किये तो फरवरी माह में पूरे प्रदेश के श्रमिकों का प्रदर्शन कर सरकार को चेतावनी दी जायेगी।
आचार्य ने उदयपुर के अधिकारियों को चेतावनी दी है कि भेदभाव का रास्ता छोडे तथा यूनियन के पदाधिकारियों के खिलाफ झूठे मुकदमे बनाकर आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया तो वह सहन नहीं होगा।