उदयपुर। लेकसिटीवासियों के चेहरों पर बारिश की फुहार रूपी खुशी देखी जा सकती है। मानसून की अब तक की देरी ने श्रावण मास के शुरू होते ही सूने चेहरों पर रौनक ला दी। मौसम विभाग ने 12 घंटे में संभाग भर में भारी बारिश की चेतावनी दी है वहीं राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय मौसम कार्यालय के अनुसार शुक्रवार सुबह समाप्त हुए 24 घंटों में शहर में 43 मिमी बारिश दर्ज की गई। शुक्रवार दोपहर 12.25 बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई वहीं कई इलाकों में तेज वर्षा की जानकारी भी मिली है।
सुबह से बादल छाने के बाद शाम ढलते ढलते मेघ अपनी मेहर बरसा जाते हैं। गुरुवार शाम को भी रिमझिम से शुरू हुई बारिश मूसलाधार में बदल गई जो रात तक रुक रुक कर जारी रही। सुबह से आसमान में छाए बादल दोपहर साढ़े बारह बजे बाद बूंदाबांदी के रूप में बरसना शुरू हो गए।
गुरुवार शाम शहरवासियों को उमस से राहत मिली। सुबह से बादल छाए रहे। बारिश का इंतजार करा रहे बादलों ने शाम होते होते चुप्पी तोड़ी। करीब 5 बजे तेज बारिश शुरू हुई जो आधे घंटे तक होती रही। मूसलाधार बारिश के कुछ देर थमने के बाद एक बार फिर हल्की मध्यम वर्षा का दौर शुरू हुआ जो रात तक बूंदाबांदी के रूप में जारी रहा। शहर की सड़कें दुर्गा नर्सरी रोड, अशोकनगर, बापूबाज़ार, देहलीगेट, सूरजपोल आदि कई जगह सड़कों पर पानी भर गया। शाम को शुरू हुई बारिश का शहर के युवाओं ने भी खूब लुत्फ़ उठाया। डबोक स्थित मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 30 डिग्री व न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जिले में सर्वाधिक बारिश सेमारी में करीब चार इंच व ऋषभदेव में तीन इंच दर्ज की है।
नियंत्रण कक्ष पर बढ़ाई ड्यूटी : शहर में स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए संभाग के बांसवाड़ा, डूंगरपुर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़ व राजसमंद मुख्यालयों को भी इसकी सूचना दी गई है। शहर में बारिश एवं स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए सितम्बर तक बाढ़ नियंत्रण कक्ष पर 24 घंटे अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। तीन दिन से हो रही बारिश ने जलाशयों के भरने की उम्मीद को बढ़ा दिया है। श्रावण की पहली बारिश से ही पिछोला को भरना शुरू करने वाली सीसारमा नदी में पानी की आवक शुरू हो गई थी। नांदेश्वर चैनल के ढाई फीट पर चलने सीसारमा नदी होते हुए पिछोला में पानी की आवक शुरू हो गई थी।
उदयपुर संभाग में भारी वर्षा की चेतावनी
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