उदयपुर। जिला कलेक्टर आशुतोष एटी पेढनेकर ने उदयपुर से विदाई के अवसर पर एक ऐसे सपने का विमोचन किया, जो आने वाले समय में इस शहर का विश्वव्यापी ख्याति में एक और सुनहरा पृष्ठ जोड़ सकता है। यह सपना है निकटवर्ती कोडिय़ात गांव में विश्वतीर्थंम् के निर्माण का, जिसे देखा है शहर के प्रसिद्ध गाइड आचार्य विक्रम देव ने । वे सन् १९७७ से एक परियोजना बनाने में जुटे हुए है, जिसे कोडिय़ात की एक पहाड़ी पर साकार किया जाना हैं। वे उक्त पहाड़ी पर दुनिया के सभी धर्मों के देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को स्थापित करके दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करना चाहते हैं। इनमें मिश्र के आतुम, नट, गेव, रा(सूर्य), थोथ, माट, अमान, ऑसिरिस आदि हैं। इसी प्रकार यूनान के सेऊस, रेहा, क्रोनस, युद्ध के देवता आर.एस, अपोलो, पे्रम की देवी एप्प्रोडाइट, रोम के द्विशिरा, सेटन, ज्युपिटर आदि शामिल है। इनके अलावा आयरलैण्ड व स्काटलैण्ड के काल्टिंक , लग, धागदा, मोरीगन, स्कोण्डिनेविया के अदुम्बला आदि भी शामिल है। सनातन धर्मावलाम्बियों के ब्रह्मा, विष्णु, महेश के साथ विश्व के सभी सभ्यताओंं के पूज्य देवताओं को एक साथ लाने की यह एक अभूतपूर्व योजना है। आचार्य विक्रमदेव के अनुसार सभी पूज्य देवाधिदेव विश्वतीर्थंम् में आने के लिए आतुर है। उन्होंने बताया कि कोडिय़ात के उक्त स्थल पर सर्वप्रथम शिवमंदिर का निर्माण कर उसे सृजनेश्वरम का नाम दिया गया हैं। श्री विक्रमदेव के अनुसार पहाड़ी के शिखर को दिव्य आकृतियों से शिल्पांकित करने तथा दिव्य वनस्पतियों से अच्छादित करने के लिए देश – विदेश के अनेक विशेषज्ञ और गुणिजन तत्पर हैं। “विश्वतीर्थंम” प्रतिकृति का विमोचन करते हुए जिला कलेक्टर श्री पेढनेकर ने उक्त परियोजना की भूरि- भूरि प्रशंसा करते हुए सफलता की कामना की।