वायरल खबर जेएनयू के छात्रों को टाटा ग्रुप में नौकरी से जुड़ा है. सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर ये मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें रतन टाटा की फोटो के साथ लिखा है, ”अब से टाटा कंपनी #JNU के किसी भी छात्र को अपनी कंपनी में नौकरी नही देगी. जो देश का नही हुआ वो कंपनी का कैसे होगा?
भारत माता की जय…
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रों को लेकर ये मैसेज वायरल किया जा रहा है क्योंकि जेएनयू के छात्रों पर कैंपस में देश के खिलाफ नारे लगाने का आरोप है. और इसलिए मैसेज में भी लिखा है कि जो देश के खिलाफ बोलेगा देश की बड़ी कंपनी टाटा उसे नौकरी नहीं देगी.
ये पोस्ट खुद को बीजेपी के आईटी सेल के सदस्य और कट्टर मोदी समर्थक बताने वाले अश्विन बराड़ के फेसबुक अकाउंट से किया गया है. ये पोस्ट 15 फरवरी यानि कल का है.
मैसेज की पड़ताल की तो सामने आया कि फेसबुक पर इस पोस्ट के वायरल होने के बाद अमित गोविंद नाम के एक शख्स ने ट्विटर पर टाटा ग्रुप से ये मैसेज डालकर पूछा ‘टाटा कंपनी, क्या ये सच है क्या रतन टाटा ने ऐसा कोई बयान दिया है.’
इसके बाद टाटा ग्रुप की तरफ से बाकायदा बयान जारी करके कहा गया कि,”रतन टाटा की तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं जारी किया गया है”
यानि एबीपी न्यूज की इस पड़ताल में फेसबुक पर वायरल हो रहा ये मैसेज झूठा साबित हुआ है.
यहां आपको ये भी बता दे कि रतन टाटा के नाम से ये मैसेज वायरल किया जा रहा है जबकि रतन टाटा अब टाटा ग्रुप के चेयरमैन नहीं है और उनका टाटा ग्रुप के रोजमर्रा के कामकाज या इस तरह के फैसलों से कोई लेना-देना नहीं है. टाटा ग्रुप के चेयरमैन सायरस मिस्त्री हैं.