उदयपुर , जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय में शोध के लिए विशेष फण्ड योजना बनेगी। इस योजना से छात्रों एवं शोधार्थियों को भी लाभ मिलेगा।
यह बात शनिवार को कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने रिसर्च बोर्ड की बैठक में अध्यक्षता करते हुए कही। पीजी डीन प्रो. बी.एल. फडिया ने बताया कि १५ अगस्त २०१३ से २७ अप्रेल, २०१३ तक विद्यापीठ के विभिन्न विषयों में पीएचडी उपाधि प्रदान किये जाने सम्बंधी शोधार्थियों की उत्तर स्वीकृति मिल गई है। विद्यापीठ के शोध निर्देशक के अधिन अधिकमत पंजीकृत शोधार्थियों की संख्यां पर विचार किया गया जिसके अन्तर्गत आचार्य के पास अधिकतम १० सहआचार्य के पास ८ व सहायक आचार्य के पास ३ शोधार्थियो की संख्या होगी।
रिसर्च बोर्ड की बैठक में सुखाडिया विश्वविद्यालय के पूर्व डीन के.एस. गुप्ता, रजिस्ट्रार प्रकाश शर्मा, डॉ. एल.एन. नन्दवाना, प्रो. मनोहर सिंह राणावत, डॉ. सीपी अग्रवाल, डॉ. सरोज गर्ग, डॉ. शशि चितौ$डा, डॉ. मुक्ता शर्मा, डॉ. जीवनसिंह खरकवाल, डॉ. मनीष श्रीमाली, डॉ. सुमन पामेचा, डॉ. आरबी सिंह मौजुद थे।