उदयपुर। झीलों की नगरी की विश्व प्रसिद्द झील फतहसागर पर हज़ारों लोगों ने एक साथ वन्देमातरम गा कर राष्ट्रभक्ति का सन्देश दिया इस सन्देश की साक्षी बनी फतहसागर झील की लहरे। वन्देमातरम गायन के दौरान लगा मानो फतहसागर में हिलोरे लेती लहरे भी अपना स्वर बिखेर रही हों। वन्देमातरम और भारत माता की जय के उद्घोषों के साथ हज़ारों बच्चों के हाथों में लहराते तिरंगों ने दिलों में उत्साह देख हर मन झूम उठा। ये नजारा मंगलवार सुबह फतहसागर की पाल पर आयोजित सामूहिक वंदेमातरम् गान दौरान रहा।
मंगलवार को फतहसागर झील की पाल पर हिन्दू आध्यात्म सेवा संघ और नगर निगम के संयुक्त तत्वाधान में सामूहिक वंदेमातरम गायन आयोजन किया गया। केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर की अगुवाई में हुए इस आयोजन में हज़ारों स्कूली बच्चों के साथ साथ हज़ारों शहरवासीयो ने भाग लिया। सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू हुआ यह आयोजन 12 बजे तक चला।
फतहसागर की पाल पर सुबह 7 बजे से हजारों स्कूली विद्यार्थियों व शहर के नागरिकों के आने का दौर शुरू हो गया था। इस बीच प्रसिद्द संगीतकार आनंदजी ग्रुप और ड्रमर बाबल ने देशभक्ति गीतों और धुनों से लोगों को बांधे रखा। आयोजन का उत्साह इतना जबरदस्त था की लोगों का आना सुबह 7 बजे से ११ बजे तक जारी रहा। पूरी पाल खचाखच भर गयी थी। लोगों ने अपने वाहन फिल्ड क्लब और विद्याभवन में खड़े कर पैदल आयोजन स्थल तक आये। कार्यक्रम के दौरान फतह सागर की पाल खचाखच भरी हुई थी बिच में सरकारी और गैर सरकारी स्कूली बच्चे बैठे हुए थे। वही दोनों तरह शहर के लोग और कॉलेज के युवा छात्र खड़े हुए थे। लोगों के दिलों में राष्ट्र भक्ति की भावना का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि संगीतकार आनंद जी और ड्रमर द्वारा बजाये जाने वाले गाने लोग अपने राग में राग मिला कर साथ साथ गया रहे थे। देश भक्ति के गीतों के दौरान बच्चों के हाथों में तिरंगा लहरा रहा था। जोश भरे देशभक्ति के गीतों पर युवा ने झूम कर डांस किया। दूसरी तरफ नावों में हाथों में तिरंगा लिए लोग भी वन्देमातरम के उद्घोष लगा रहे थे। मुख्य अतिथि रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के आगमन तक देशभक्ति का ज्वार अपने चरम पर था
मुख्य अतिथि रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। मंच पर पहुंचते ही उन्होंने वंदेमातरम कहकर लोगों का अभिवादन किया और अपना स्थान ग्रहण किया। इसके बाद अतिथियों का स्वागत किया गया। इसके बाद विशिष्ट अतिथि गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी, उद्योगपति सलिल सिंघल व महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ थ और नाथद्वारा से गोस्वामी तिलकायत भूपेश कुमार (विशाल बावा) भी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान रक्षामंत्री ने उपस्थित लोगों व विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण और देशहित के कार्य करने की शपथ दिलाई। इसके बाद 11.24 मिनट पर वंदे मातरम् का गायन शुरू हुआ। जैसे ही गायन शुरू हुआ कार्यक्रम में मौजूद हर व्यक्ति में अलग ही जोश दिखाई दिया। वंदेमातरम गान के बाद एक बार फिर जयकारे गूंज उठे। इसके साथ ही मेरे देश की धरती..गीत शुरू हुआ। इस गीत की प्रथम पंक्ति में ही कार्यक्रम जयकारों से गंूज उठा और मंचासीन अतिथियों ने हाथों में तिरंगा लेकर अपने उत्साह का इजहार किया। चारों ओर तिरंगी छटा में देशभक्ति घुल गई। हर एक ने एक साथ सुर से सुर मिला कर वन्देमातरम गया। आसमानी फ़िज़ाओं में फतहसागर की लहरों के साथ करीब २० मिनट तक वन्देमातरम गूंजता रहा। गीत के समाप्त होने पर रक्षामंत्री मंच के नीचे आए और बच्चों से मुलाकात की।
कार्यक्रम में १४७ से अधिक स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया था। सरकारी स्कूल के दूर दराज के गावों से छात्र इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आये थे। बसों को कार्यक्रम स्थल से दूर खड़ा होने के बावजूद बच्चे ५-६ कलिलोमीटर पेडल चल कर पहुचे। इधर शहर के कई निजी स्कूलों के बच्चों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
सेल्फी युवा और विदेशी :
वन्देमातरम के इस कार्यक्रम में युवाओं ने खासी संख्या में भाग लिया कई युवा कार्यक्रम स्थल से अपनी अपनी सेल्फी लेक्लर शोशल साइट पर अपलोड करते रहे। हाथों में तिरंगा लिए विक्ट्री का निशाँ अपनी दो उँगलियों से दिखाते हुए हर युवा सेल्फी लेते हुए दिखाई दिया। यहाँ तक की इस सेल्फी के क्रेज से मंच पर आये अतिथि भी नहीं बच सके हर अतिथि ने अपने अपने मोबाइल से अपने साथ प[उरई जनता का सेल्फी लिया। कार्यक्रम में कई विदेशी पर्यटक भी दिखाई दिए जो वन्देमातरम गुनगुनाते हुए दिखाई दिए।