किसान नहीं बेच पा रहे हैं सब्जियां, दुकानदारों ने अतिक्रमण करके जमीन दी किराये पर
उदयपुर। जहां एक और सरकार काश्तकारों के हितों के लिए कई योजनाएं और सुविधा दे रही है, वहीं यहां कृषि मंडी में कुछ लाइसेंसधारी दबंग दुकानदार अपनी दबंगई गरीब काश्तकारों पर बताकर उन्हें कृषि मंडी में घुसने तक नहीं देते हैं। साथ ही ये दुकानदार अपनी दूकान के आगे 30 से 40 फीट जमीन खुद मालिक बनकर किराये पर दे रखी है। ये दुकानदार काश्तकारों के सब्जी से भरे वाहन मंडी में भी नहीं जाने देते हैं।
काश्तकार इंदर सिंह बताते हैं कि कृषि मंडी में 49 नंबर दुकान के मालिक प्रेमचंद ने अपनी दुकान के आगे की जमीन अन्य सब्जी विक्रेताओं को अवैध तरीके से किराये दे रखी है। इस वजह से ना तो किसानों के वाहन आगे जा सकते और ना ही उन्हें वहां बैठने की जगह मिलती है। किसान अपने वाहनों में सब्जी लाकर मंडी में बेचते हैं, उन्हें वहीं रोक दिया जाता है और आगे नहीं जाने दिया जाता। इंदरसिंह ने बताया कि कई बार किसानों ने विरोध किया, तो दुकानदार लड़ाई-झगड़े पर उतर आता है। गांव से आने वाले किसानों की सुविधा के लिए कृषि मंडी में सीधा माल बेचने की व्यवस्था है, लेकिन प्रेमचंद सहित कुछ दूकानदार अपनी दबंगई के चलते किसानों के लिए मुसीबत बने हुए हैं।
जमीन सरकार की और किराया इनका: प्रेमचंद सहित कुछ लाइसेंसधारी दुकानदारों ने महीना किराये के हिसाब से अपनी दुकानों के आगे रिटेल सब्जी व्यापारियों को जगह दे रखी है। जमीन सरकार की है, लेकिन महीने का 5 से 10 हज़ार तक एक व्यापारी से किराया ये लोग वसूल करते हैं। सुबह आए किसानों को यहां ना बैठने की जगह मिलती है, ना ही उनके वाहनों को आने-जाने और माल उतारने की जगह मिलती है। विरोध करने पर यह दुकानदार लड़ाई-झगड़े पर अमादा हो जाते हैं। यही नहीं कृषि मंडी के अध्यक्ष के नोटिस के बाद भी इन लोगों पर कोई असर नहीं। कई लाइसेंसधारी दुकानदार ने अपनी दुकानों के आगे की जगह किराय पर दे रखी है। इससे कृषि मंडी में आने-जाने का रास्ता भी नहीं बचा है।
:पिछले कई महीनों से 49 नंबर दुकान का मालिक काश्तकारों के लिए मुसीबत बना हुआ है। हमने विरोध किया और अध्यक्ष को भी लिखा, लेकिन अपनी दादागिरी बताकर वह सड़क पर अतिक्रमण किए हुए हैं। काश्तकारों को ना वहां खड़े रहने देता है, ना ही उनके वहां से गुजरने देता है।
-इंदरसिंह, किसान
:हमने कई बार प्रेमचंद व अन्य दुकानदारों, जिन्होंने ऐसे अतिक्रमण कर रखे है, उनको नोटिस दिए हैं, लेकिन यह नहीं मानते। इन्हें एक बार फिर समझाएंगेे और अगर अब भी नहीं माने, तो पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। लाइसेंस निरस्त करवाने की कारवाई करेंगे।
-मोड़ सिंह, अध्यक्ष कृषि मंडी उदयपुर
सरकार और विधायक व्यापारियों के है सड़को तक पर कब्जे करलिये है कोई रोकने वाला नहीं है