उदयपुर, 14 फरवरी। पाश्चात्य संस्कृति के प्रेम दिवस पर शुक्रवार को उदयपुर शहर में कुछ स्वयंभू हिन्दू कटटर पंथियों ने खूब उत्पात मचाया। यहां तो ठीक है लेकिन अगर यह दादागिरी पुलिस मौजूदगी में हो तो क्या कहना। हमारे कहने का मतलब यह है कि साल में एक दिन इन प्रेम पिशाचों को कुछ भी करने की मौन स्वीकृति जिला प्रशासन की ओर से मिलती है। वेलेन्टार्इन डे पर इन असामाजिक तत्वों ने प्रेमी युगलों की नाक में दम कर दिया। उनके साथ जमकर अभद्रता की, मारपीट की और उन्हें मुर्गा भी बनाया। सबसे खास बात तो यह कि यह नंगा नाच पुलिस मौजूदगी में होता रहा और वह सिर्फ आंख मिचकर देखती रही। क्या उदयपुर शहर में ला इन आर्डर खत्म हो गया है, क्या प्रेमियों का मिलना कोर्इ गुनाह है। विरोध करने वाले असामाजिक तत्व, जिनका कोर्इ आधार नहीं है क्या ये हमारे शहर के न्यायाधीष बन बैठे हैं। गौर से देखिए इन चेहरों को। यह वही लोग है जो शहर में एक दिन की गुण्डागर्दी के लिए अधिकृत है। आज तक जो विरोध होता आया है,वह पाश्चात्य संस्कृति को देश में न लाने को विरोध है। लेकिन इस विरोध का बेजा फायदा उठाना कहा तक उचित है। शुक्रवार को सुबह से ही बजरंग सेना,टाईगर फोर्स,हिन्दू महासभा और कई ऐसे ही संगठन शहर की गलियों से चौराहों पर पंहूचे और कार्डस की होली जलाकर इस दिन का विरोध किया। सिर्फ चौराहों पर विरोध किया जा रहा था तब तक तो ठीक था लेकिन बाद में इन संगठनों के सैनापति अपने प्यादों के साथ पिकनिक स्पोटस पर पहूंचे,,,,,, हाथ में लटठ और पताकाएं, मुहं पर वेलेन्टाईन का विरोध और प्रेमी युगलों की खोज करने में इन लोगों ने सभी को खूब परेशान किया। किसी भी प्रेमी युगल के दिखते ही पकड़कर धमकी देना,मारपीट करना और मुर्गा बनाना कहां तक उचित था। ऐसा ही एक उदाहरण देखने को मिला फतहसागर पर। जहां इन समाजकंटकों ने पुलिस मौजूदगी में दो युवकों के साथ मारपीट तक कर डाली, कैमरा देख इनका जोश और बढ गया तो दोनो ही युवाओं को मुर्गा भी बना दिया। पूछताछ तो ऐसी जैसे ये कोर्इ पुलिसवालें हो और पीडित कोर्इ आरोपी। इन लोगों ने युवतियों को भी परेशान करना चाहा लेकिन पुलिस की दखल के बाद युवतियों को जाने दिया। इन लोगों ने शहर में उत्पात मचाया। युवाओं से अभद्रता की और बेवजह परेशान किया। आश्चर्य की बात तो यह है कि इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस भी इन लोगों के साथ रही। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या जिलाप्रशसन इन असामाजिक तत्वों पर कोई कार्रवाई करता है या फिर हमेशा की तरह यह सभी फिर अगले साल का इन्तजार करते हैं
वेलेन्टाईन डे के दिन धर्म व संस्कृति के नाम पर गुंडों और असामाजिक तत्वों का नंगा नाच,
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