अजमेर माहे रजब के चांद की घोषणा के साथ ही ख्वाजा साहब के 803वें उर्स का आगाज हो गया। गरीब नवाज की दरगाह में सोमवार शाम झांझ व शादियाने बजाए गए, बड़े पीर की पहाड़ी से पांच तोपों की सलामी देकर चांद की घोषणा की गई। लोगों ने एक-दूसरे को गले लग कर उर्स की मुबारकबाद दी। महफिलखाने में आज रात 11 बजे से उर्स की पहली महफिल सजेगी और मजार शरीफ पर पहले गुस्ल की रस्म अदा की जाएगी। मंगलवार को उर्स की पहली तारीख है। उर्स कुल की रस्म के साथ 26 अप्रेल को सम्पन्न होगा।
जायरीन की आवक तेज
उर्स शुरू होने के साथ ही देश-विदेश से जायरीन की आवक तेज हो गई है। इसके चलते दरगाह क्षेत्र और दरगाह परिसर में उर्स की रौनक बनी हुई है। दरगाह परिसर सहित आस-पास स्थित गंज, देहलीगेट, धानमंडी, दरगाह बाजार, नला बाजार, लंगरखाना गली, फूल गली, अंदरकोट आदि क्षेत्रों में भीड़ नजर आने लगी है। लोग चादर सिर पर फैलाए और गरीब नवाज की शान में नारे लगाते हुए जत्थे के रूप में आगे बढ़ रहे हैं।
दरगाह परिसर में अहाता-ए-नूर, पायंती दरवाजा, जन्नती दरवाजा, महफिलखाना आदि स्थानों पर लोग दुआओं में डूबे नजर आए। दरगाह परिसर में चारों तरफ गूंजती कव्वालियां और शहनाई की धुन उन्हेंं बरबस ही अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। जन्नती दरवाजे से गुजर कर जियारत करने वालों की भी दिनभर होड़ मची रही। हालांकि धूप तेज होने के कारण फिलहाल उम्मीद के मुताबिक जायरीन नहीं पहुंचे हैं। कायड़ विश्राम स्थली पर सोमवार शाम तक 51 बसें जायरीन की पहुंची।
Date: