उदयपुर, नए साल के आने के साथ ही यू.आई.टी. में ट्रस्ट के गठन और ट्रस्टियों के उम्मीदवारों की सरगर्मियां बढ गयी है गहलोत सरकार भी अपने आखरी वर्ष के कार्यकाल में कार्यकर्ताओं को ओब्लाईज करने के लिए ट्रस्ट का मनोनयन करने वाली है और इसके लिए शहर हो या देहात हर जगह से दिग्गज नेता अपने चहेते कार्यकर्ताओं के लिए जोडतोड और उनके नाम पहुंचाने की जुगत में लगे हुए है ।
पिछले दिनों उदयपुर दौरे पर आये कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आर.आर. तिवारी ने किसान भवन में कार्यकर्ताओं की बैठक में संकेत दिए थे कि राज्य सरकार प्रदेश की प्रत्येक यू.आई.टी. में सार्वजनिक ट्रस्ट देखना चाहती है और इसके लिए सभी यू.आई.टी. अध्यक्षों को ट्रस्ट के गठन की प्ररिया शुरू करने के आदेश दे दिए है ।
शहर से भी अध्यक्ष रूपकुमार खुराना के कुर्सी सँभालने के बाद से कई दिग्गज नेता और कार्यकर्ताओं ने मुख्य मंत्री तक ट्रस्ट के लिए मांगे पहुंचना शुरू कर दिया था दिग्गजों का मानना है की यदि कार्यकर्ता ही खुश नहीं होंगे तो पार्टी में काम कोन करेगा । कई बार यह भी आरोप लगे है की ट्रस्ट के अभाव में शहर के विकास का कार्य ठप्प है ।
हाल ही २५ दिसंबर को दुर्गा नर्सरी रोड पर हुई बैठक में प्रदेश प्रभारी आर.आर.तिवारी शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडिया , सांसद रघुवीर मीणा आदि की उपस्थिति में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारिर्यों ने यू.आई.टी. ट्रस्ट बनाने की मांग की थी ।
कार्यकर्ता रूप कुमार खुराना को लेकर संशय में है की जब पहले रूप कुमार खुराना अध्यक्ष थे तब भी ट्रस्ट का गठन नहीं हुआ था और अब भी खुराना अध्यक्ष है ।
ट्रस्टियों के नामों को लेकर देहात कांग्रेस में भी काफी सरगर्मिया बढ गयी है क्योंकि पर फेरी में आने वाले गावों की संख्या ६२ से बढ कर १२५ हो गयी हैऔर इसी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों से ट्रस्टी बनाने की मांग जोर पकडने लगी है ।
सूत्रों की माने तो जहां शहर में डी.आई.खान, दिनेश दवे , कौशल नागदा , पंकज शर्मा , के.जी. मुंदडा , नजमा मेवाप*रोश, कमला मीणा, लक्ष्मी लाल मेघवाल के नाम ट्रस्टियों की दौड में है तो ग्रामीण क्षेत्रों से भी देहात कांग्रेस के सचिव कमल चौधरी (थूर), देहात कांग्रेस प्रवक्ता हेमंत श्रीमाली ा(बडगांव), कांग्रेस कार्यकर्ता धर्मसिंह सुहालका (खोडियात), कांग्रेस किसान मोर्चा के सचिव रमेशपुरी (डबोक), सरपंच रमेश पटेल (थूर) और कांग्रेस किसान मोर्चा के सदस्य सुरेश सुथार (चीरवा) का नाम दौड में शामिल है ।
यू.आई.टी. अध्यक्ष रूप कुमार का कहना है की हाँ ट्रस्ट तो बनेगा लेकिन कब तक बनेगा कहना कठिन है क्यों की यह सब सरकार के हाथ में है और यह फेसला सरकार को ही करना है ।