उदयपुर। यूआईटी ने सख्ती दिखाते हुए सोमवार से अपने विभिन्न प्रकोष्ठों में अवैध रूप से काम करने वाले दलालों व अघोषित कर्मचारियों को परिसर से बाहर करवा दिया है। मंगलवार को इस बात का पता तब चला जब होमगार्ड के जवान मुख्य द्वार पर दलालों और इन अघोषित कर्मचारियों के नामों की सूची लेकर बैठ गए और उन्हें बाहर ही रोक दिया। इस पर दलालों ने नाराजगी जताई। उन्होंने यूआईटी सचिव आर.पी. शर्मा को कहा कि उनके नाम किसने दिए और उन्हें भीतर क्यों नहीं आने दिया जा रहा है।
यूआईटी ने नियमन शाखा में कार्यरत एक बिल्डर के डमी आदिवासी युवक भग्गा भील को बाहर किया तो नक्शा घर में काम करने वाली एक युवती को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस युवती के लिए नक्शाघर के भीतरी कमरे में अलग से टेबल-कुर्सी थी और लम्बे समय से वहां आने-वाले आम आदमी उसे यहीं का कार्मिक मानने लगे थे। इसी तरह, विभिन्न संस्थाओं और लोगों को जमीन आवंटन, 90-ए, नक्शा स्वीकृति, भू-उपयोग परिवर्तन आदि के कार्यो के लिए फाइलें लेकर घूमने वाले दलालों पर भी नकेल कस दी गई है। यूआईटी के उच्चाधिकारियों को शहर के सुधिजनों की ओर से वहां चल रही धांधलेबाजी, कमीशनखोरी, रिश्वतखोली, दलाली, फाइलों में जानबूझ कर की जाने वाली देरी लेकर शिकायतें की गई थीं। उल्लेखनीय है कि इस निर्णय से पूर्व यूआईटी परिसर में बाहरी लोगों की गाडियों की पार्किग निषेध की जा चुकी है