यू.जी.सी महिला अध्ययन केन्द्र, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च, 2013 को विश्वविद्यालय सभागार, विश्वविद्यालय परिसर, उदयपुर में हृदय रोग निवारण विषयक विस्तार व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्यवक्ता विश्वविख्यात काडियोलाजिस्ट डॉ. विमल छाजेड, (एम.डी) अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (।प्प्डै) दिल्ली रहे। अध्यक्षता प्रो. आई. वी. त्रिवेदी, कुलपति, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा की गई।
केन्द्र निदेशक, प्रो. रेणू जटाना ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिला ही समाज की वास्तविक शिल्पकार होती है। वे ही साहित्य की प्रेरणा और स्वास्थ्य की रचियता होती है। अतः स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। प्रो. आई. वी. त्रिवेदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रतिर्स्पद्धा के इस युग में हमारे जीवन में व्यस्तताएं बहुत बढ गई है। अतः हम अपने स्वास्थ्य पर समुचित ध्यान नही दे पाते है। हमारे शरीर का विभिन्न रोगों से ग्रसित होना इसी उदासीनता का परिचायक है। डॉ. विमल छाजेड ने बताया कि सामान्यतः महिलाओं में हृदय सम्बन्धित रोग कम होते है, लेकिन हृदय सम्बन्धित रोग के कारण एवं निवारण की जानकारी होना उनके लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योकि इस जानकारी के द्वारा वे अपने परिवार ही नही, अपितु अन्य लोगों को भी इस गम्भीर बीमारी से बचा सकती है। इसके साथ ही डॉ. विमल छाजेड द्वारा हार्ड अटेक क्या है और हम इसे किस प्रकार रोक सकते है, बिना आपरेशन एवं बिना चीरफाड़ के हृदय रोग का इलाज कैसे सम्भव है, हृदय रोग में अनावश्यक सर्जरी या एन्जियोप्लास्टीक से कैसे बचे और जीरो ऑयल कुकिंग, जीवन शैली प्रबन्धन द्वारा हृदय रोग को किस प्रकार रोका जा सकता है। इत्यादि बिन्दुओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान की । कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी संघटक और सम्बद्ध महाविद्यालयों के संकाएं सदस्यों एवं विद्याथियों सहित उदयपुर शहर के गणमान्य एवं जनसाधारण ने सहभागिता की। डॉ. विमल छाजेड द्वारा प्रतिभागियों के प्रश्न एवं शंकाओं का समाधान भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. डॉली मोगरा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में डॉ. शैलेन्द्र मौय के द्वारा अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।