उदयपुर। जिले भर में सोमवार रात से रूक-रूक कर तेज बारिश से नदी-नाले चल पड़े और सीसारमा नदी में पानी बढ़ने के मद्देनजर मंगलवार रात आठ बजे स्वरूप सागर के चारों गेट छह-छह इंच खोल दिए गए। इससे पूर्व दिनभर गेट के दोनों ओर रपट से पानी बहता रहा।
वहीं उदयसागर में पानी की आवक बढ़ती देखकर सुबह ही दोनों गेट एक-एक फीट खोल दिए गए। तेज बारिश के चलते मदार छोटा भी वापस छलक गया और इस पर तीन इंच की चादर चलने लगी, जिससे फतहसागर छलकने की शहरवासियों को उम्मीद बंधी है। फतहसागर का जलस्तर कुल भराव क्षमता 13 फीट के मुकाबले 11.5 फीट बना हुआ है और झील में मदार नहर से तेजी से पानी आ रहा है।
गेट खोलते ही चली आयड़
स्वरूप सागर के गेट खोलने के साथ ही आयड़ नदी में बहाव तेज हो गया और मचलता हुआ पानी उदयसागर की ओर बढ चला। नदी में बहते पानी को देखने के लिए आसपास की कॉलोनियों से भीड़ उमड़ पड़ी। दिन में तेज बारिश से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। शाम को बारिश बंद होने और मौसम खुशगवार होने से झीलों के किनारे एवं उद्यानों में भीड़ उमड़ पड़ी।
स्वरूपसागर पर 11 मिमी बारिश
सिंचाई विभाग के अनुसार जिले में मंगलवार को सुबह से शाम तक सर्वाधिक बारिश ओगणा में 17 मिमी रिकॉर्ड की गई। उदयपुर शहर में 9.8 व स्वरूप सागर पर 11 मिमी बारिश हुई।
कड़की बिजलियां, गरजे बादल
मंगलवार सुबह ठंडी हवाओं के साथ मौसम खुशनुमा हो गया और दिनभर बादलों ने सूरज को ढके रखा। अपराह्न में बारिश के दौरान गर्जना के साथ जमकर बिजलियां कड़की। घने बादल छाए रहने से शाम कोे जल्दी ही अंधेरा छा गया।
उदयसागर का एक फीट गेट खोला
गुडली। उदयसागर ओवरफ्लो होने के साथ ही मंगलवार को एक फीट गेट खोल दिए। सहायक अभियंता दिनेश पालीवाल ने सवा बारह बजे एक फीट गेट खोला। गेट खुलने की सूचना पर आस पास के सैकड़ो ग्रामीण देखने पहुंचे। एक फीट गेट खोलने के बाद भी गेट के उपर से चादर चल रही थी। हिन्दुस्तान जिंक की ओर से पांच दिन से जलकुंभी निकालने का कार्य किया जा रहा था।