उदयपुर , शहर में पिछले एक हफ्ते से लगातार हो रही बारिश ने गली मोहल्ले क्या मुख्य सडकों के हाल भी बेहाल कर दिए है। शहर में कचरे के ढेर से आती बदबू से हालात महामारी के हो रहे है और नगर निगम स्मार्ट सिटी की प्लानिंग बना रहा है। रात को गली मोहल्लों में क्या मुख्य सडकों पर लाइट नहीं होती और दिन में सडकों पर खुले तारों से करंट दौडता है। वार्डों में सीवरेज के नाले उफान रहे है कोई सुध लेने वाला नहीं है।
गुरुवार को सविना कृषि मंडी गेट के सामने गड्ढे में पानी भरा था दिन में करीब तीन बजे दुपनिया वाहन चालक वहां से गुजरे जैसे ही उनकी बाइक पानी से भरे गड्ढे से गुजरी दोनों चालाक चिल्लाते हुए निचे गिर गए और भाग कर बाइक छोड कर दूर जा खड़े हुए, जब लोगों ने इसकी वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि गड्ढे में भरे पानी में करंट आरहा है। स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग को कॉल किया लेकिन विभाग वाले दो घंटे के बाद मोके पर पहुचे। इधर सज्जन नगर ८० रोड का काम बारिश के मोसम में शुरू हुआ पिचले एक महीने से ठेकेदार ने सिर्फ सड़क खोद कर गिट्टी डाली है, और अब बारिश के बाद पुरे रोड की हालत बद से बदतर हो गयी है। कई जगह बिजली के नंगे तार जमीन पर पढ़े हुए है और रोड के गड्ढों में पानी भरा हुआ है रात को रोड की लाइट गुल रहती है आये दिन कोई ना कोई गड्ढे में गिर जाता है, और चोट लगती है। फतहसागर रोड पर काले किवाड के पास एसपी के बंगले के बाहर भी रोड पर पानी भरा हुआ है। यही हाल कांजी के हाटे के समीप स्थीत श्रीनाथ मंदिर मार्ग पर पिछले माह से खुदे पड़े नाले से स्थानीय लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह नाला मंदिर मार्ग में होने से बुजुर्ग श्रद्धालुओ जो सुबह सुबह दर्शन को आते-जाते है उनकी जान पर खतरा बना पड़ा है। जिसकी नगर निगम में स्थानीय लोगो ने काफी शिकायत की पर अब तक इस नाले को नहीं पाटा गया यह नाला मुख्य मार्ग पर है जिससे स्थानीय लोगो और छोटे बच्चो को आने जाने में काफी परेशानी और कोई अनहोनी होने का डर सता रहा है नगर निगम में लगातार शिकायत के बावजूद भी अभी तक इस नाले की कोई अधिकारी सुध लेने नहीं आया। शहर के अधिकाँश हिस्सों में सडकों पर गड्ढे पढ़े हुए है और उनमे पानी भरा हुआ है। कांग्रेस नेता और पूर्व प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली ने इस बात के लिए निगम आयुक्त को पत्र लिख कर सदके और गड्ढे भरे जाने के लिए आग्रह भी किया है।
सीवरेज उफन रहे : जिन वार्डों में सीवरेज कनेक्शन हो गया है और पुराने शहर के अधिकतर वार्डों में सीवरेज के होल उफन रहे हैं। शिकायत करने के बाद भी सीवरेज होल को खोला नहीं जा रहा है। आसपास गड्ढों में भरा सीवरेज का पानी बदबू मार रहा है। वार्डों में कई दिनों से गली-माेहल्लों में झाड़ू नहीं लगी है। बारिश की वजह से डिपो पर जमे कचरे के ढेर से चारों ओर दुर्गंध फैल रही है। बीमारी का खतरा बढ़ता जा रहा है।