उदयपुर। महापौर रजनी डांगी शुक्रवार को जयपुर में स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक ताराचंद मीणा से मिली और उनके साथ उदयपुर शहर के विकास को लेकर विभाग को भेजी गई योजनाओ पर चर्चा की। महापौर ने विशेष रूप से प्रतापनगर-एयरपोर्ट मार्ग पर ओवरब्रिज निर्माण के संबंध में चर्चा की। उन्होंने बताया कि विभाग केंद्रीय सड़क परिवहन एवं यातायात मंत्रालय से इस संबंध में अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिये प्रभावी कार्रवाई करें। यह मार्ग अत्यधिक व्यस्त होने से आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती है। महापौर ने उदियापोल-कोर्ट चौराहा तक के व्यस्ततम मार्ग पर भी एलिवेटड रोड के प्रस्ताव पर भी शीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया। महापौर ने बताया कि शहर की गारियावास, भोपा मगरी, डांगियों की बस्ती, खेमपुरा तथा रूपनगर बस्ती के लोग पट्टे की मांग कर रहे है, लेकिन यह भूमि राजस्व लेखों में नगर विकास प्रन्यास के खातेदारी में दर्ज है। एसी स्थिति में 1965 से पूर्व यहां बसने वाले लोगों को पट्टे तब तक नहीं किए जा सकते, जब तक कि नगर विकास प्रन्यास इस संबंध में अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं कर देता। अतएव प्रन्यास को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश दिया जाए, ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को स्टेट ग्रांट के तहत पट्टों का वितरण किया जा सके। महापौर ने निगम द्वारा स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के अन्तर्गत उपलब्धियों से भी निदेशक महोदय को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि चालू वितीय वर्ष में निगम प्रशिक्षण, स्वयं सहायता समूहों को बैंक लोन आदि पर साढे तैतीस लाख रुपए से अधिक खर्च कर चुका है। निदेशक ने इस संबंध में राशि उपयोग प्रमाण पत्र निगम से विभाग को भिजवाने का आग्रह किया। महापौर ने विभाग को सफाई कर्मचारियों की भर्ती की जानकारी देते हुए बताया कि शेष स्वीकृत पदों पर भी कार्रवाई शीघ्र ही आरंभ की जा रही है। उन्होंने निगम के बढ़े हुए कार्यों के मुकाबले पदों की कमी की जानकारी दी। उन्होंने आग्रह किया कि रिक्त पदों पर जल्दी से जल्दी नियुक्ति की जाए, ताकि निगम का कार्य सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से हो सके। महापौर निदेशक से मिलने के बाद नगरीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव जीएस सिंधू से भी उनके कार्यालय में मिली।
प्रतापनगर पर ओवरब्रिज को लेकर महापौर ने की स्वायत्त शासन निदेशक से चर्चा
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