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भास्कर ने अपनी खबर में बताया की दौसा के एक घर मकान की छत पर पाकिस्तान का झंडा लगा हुआ है, और प्रशासन कोई कारवाई नहीं कर रहा है। उस मकान के झंडे का फोटो भी लगाया जो कि असल में पाकिस्तान का झंडा नहीं बल्कि इस्लाम के प्रतिक हरे रंग झंडे का है जिस पर चाँद तारा बना हुआ है। भास्कर के ना तो रिपोर्टर ना ही दौसा के सम्पादक ना ही राजस्थान डेस्क के प्रभारी को इस बात का ज्ञान नहीं कि पाकिस्तान के झंडे का एक तिहाई भाग हरा और बाकी का हिस्सा सफ़ेद होता है। जबकि इस्लामिक झंडा हरा होता है एवं उस पर चाँदतारा व् कलमा लिखा हुआ होता है। हर साल की तरह इस वर्ष भी जश्ने ईद मिलादुन्नबी के उपलक्ष्य में हर शहर में मुस्लिम घरों की छत पर इस्लामिक हरे झंडे लहरा रहे है। जिन पर चाँद तारा बना हुआ है और अरबी में कुरान की आयत या कलमा लिखा हुआ है। हरा रंग मुख्य तरह इस्लाम का प्रतिक है, इसके कई कारण है जिसमे एक मुख्य कारण है कि हरा रंग हज़रत मोहम्मद साहब का सबसे पसंदीदा रंग था वे अक्सर हरे रंग का लबादा और हरे रंग का साफा पहना करते थे और इसीलिए जश्ने ईद मिलादुन्नबी पर अक्सर हरे रंग के झंडे लगाये जाते है। भास्कर की इस खबर पर उदयपुर शहर के अधिकतर मुस्लिम युवाओं और बुद्धिजिवितों ने आपत्ति जताई है। शोशल मीडिया पर भी अपना आक्रोश जम कर उतारा है।