नाट्यांश सोसायटी ऑफ ड्रामेटिक एण्ड़ परफोर्मिंग आर्ट्स के द्वारा शहर के कॉलेज ऑफ टेक्नोलोजी एण्ड इन्जीनीयरिंग के स्वयं सेवक संघठन ;छैैद्ध के छात्रों के साथ 20 दिवसीय नाट्य कार्यशाला की गयी। कार्यशाला में तैयार करवाये गये नुक्कड़ नाटक की लगातार 3 प्रस्तुतियाँ डस्ैन् में दिनांक 18 मार्च और 19 मार्च प्रर्दशित की गयी।
यह नाटक समाज में फैल रही कुरितीयो के खिलाफ आवाज उठाता है। नाटक में बाल मजदुरी, भ्रष्टाचार, घरेलु हिंसा, घुसखोरी, बाल विवाह, लैंगिक भेेदभाव एवं नशे के खिलाफ बात की गयी है। साथ ही लोगो द्वारा फैलाई गयी गंदगी से होने वाली बिमारीयों के खतरे से भी अवगत कराया गया और ये सन्देश भी दिया कि अगर समाज को सुधारना है तो शुरूआत हम से ही।
नाटक की प्रस्तुती अभी स्वयं सेवक संघठन ;छैैद्ध द्वारा चलाये जा रहे 7 दिवसीय शिविर के अधिन किया गया। सयोंजक श्याम बिहारी यादव ने बताया कि नाटक का लेखन और निर्देशन मोंहम्मद रिजवान मंसुरी ने किया है। कलाकारों की भुमिका में कॉलेज के छात्रों में से स्नेहिल मालिवाल, विवेक सिंघल, ललित बोड, शेरू कनवन्त, ऋत्विक जैन, पंकज सोनी, कुलदीप सिंह गौड़, निवेदिता दुबे, अश्फ़ाक़ अहमद, रागिनी कानानी, विकास कुमार कुमावत, अवनी साहू, मनिश ओला ने अपने अभीनय की छाप छोडी। इन सभी में से अधिकांश की यह प्रथम नुक्कड प्रस्तुति है।