उदयपुर। नामांकन के अंतिम दिन मंगलवार को मेवाड़ में कई जगह बागियों ने ताल ठोक कर प्रमुख पार्टियों को मुश्किल में डाल दिया है। उदयपुर जिले की वल्लभनगर सीट खासी चर्चा में है। यहां पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर ने हजारों समर्थकों के साथ भाजपा से बागी होकर नामांकन भरा।
इस सीट पर कांग्रेस से आए गणपतलाल मेनारिया को भाजपा का टिकट देने से भींडर समर्थकों में नाराजगी है। राजसमंद की भीम सीट से पूर्व मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत ने भी बागी होकर हजारों समर्थकों की भीड़ जुटाकर नामांकन भरा। यहां कांग्रेस ने लक्ष्मणसिंह का टिकट काटकर गोपालसिंह पीटीआई को टिकट दिया है।
प्रतापगढ़ की धरियावद सीट पर नारायणलाल ने भाजपा से बागी होकर नामांकन भरा। यहां भाजपा ने पूर्व विधायक गौतमलाल मीणा को टिकट दिया है। प्रतापगढ़ से लगी बड़ीसादड़ी सीट से पूर्व प्रधान भगवती झाला ने भाजपा से बागी होकर नामांकन भरा है। बेगूं में जितेंद्रसिंह ने ताल ठोक दी है।
वल्लभनगर : बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ आए भींडर
वल्लभनगर सीट से भाजपा के बागी पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर ने भोपालपुरा के समीप बेड़च नदी के किनारे से समर्थकों की भारी भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन किया। यहां से पत्नी दीपेन्द्र कंवर के साथ जुलूस के रूप में एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जुलूस में 10 हजार से ज्यादा समर्थक थे। भींडर के समर्थक भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया के खिलाफ आरोप लगाते हुए नाराजगी जताते रहे।
उदयपुर के ये नेता भी साथ दिखे
भींडर के नामांकन जुलूस में उदयपुर से कटारिया के पुराने सहयोगी भाजपा के पूर्व शहर जिलाध्यक्ष ताराचंद जैन, डिप्टी मेयर महेंद्र सिंह शेखावत, पार्षद मनोहर सिंह पंवार, पूर्व मंडल अध्यक्ष अनिल सिंघल, भगवान वैष्णव, दिनेश माली, युवा मोर्चा के पूर्व शहर जिलाध्यक्ष जगदीश शर्मा आदि भी शामिल हुए।
लाखों की संपत्ति
पूर्व विधायक भींडर के पास नकद 2.19 लाख रुपए है, जबकि पत्नी के पास 1.69 लाख व संयुक्त परिवार के कर्ता के रूप में एक लाख 50 हजार 529 रुपए हैं। स्वयं के खाते में 2 लाख 26 हजार 213, पत्नी के 1 लाख 70 हजार 870 व संयुक्त कर्ता के रूप में 1 हजार 171 रुपए हैं। इन्होंने 17.28 लाख और पत्नी के नाम पर 6.21 लाख तथा संयुक्त परिवार कर्ता के रूप में 17 लाख 18 हजार 600 रुपए लोन ले रखे हैं। भींडर ने वाहन, घरेलू सामग्री व अन्य संपत्ति भी लाखों में दर्शाई है।
भीम : सीपी और यहां के सांसद मुझसे डर गए हैं : लक्ष्मण सिंह
भीम त्न इस सीट से कांग्रेस से बागी हुए पूर्व मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत ने नामांकन से पहले सदर बाजार में सभा की। कहा इस चुनाव में मुझसे डरकर डॉ. सी.पी. जोशी ने मेरा टिकट कटवा दिया सांसद गोपालसिंह ईडवा ने मिलकर लाखों में टिकट का सौदा कर दिया। उन्होंने कहा कि न तो भाजपा अटल बिहारी वाजपेयी के जमाने की पार्टी रही है न ही कांग्रेस राजीव गांधी की। तानाशाही और स्वार्थ सिद्ध करने के लिए मेरा टिकट काटा गया। सभा में देवगढ़ कांग्रेस नगर अध्यक्ष नरपतसिंह, कांग्रेस प्रदेश सचिव शीला पोखरना, देवगढ़ कांग्रेस प्रधान हमीरसिंह रावत, पूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष मोतीसिंह रावत, भाजपा पूर्व जिला परिषद सदस्य डूंगरसिंह रावत आदि मौजूद थे।
87 लाख के मालिक
निर्दलीय तथा कांग्रेस के बागी के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले पूर्व गृह राज्य मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत 87 लाख रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने खुद की संपत्ति 44 लाख और पत्नी की 43 लाख रुपए की बताई है। लक्ष्मणसिंह ने खुद तथा पत्नी की संपत्ति के रूप में 7 लाख 58 हजार रुपए नकद, ब्यावर स्थित एक बैंक में 63 हजार 362 रुपए जमा सहित अन्य संपत्ति बताई है। उनकी पत्नी व पूर्व जिला प्रमुख बसंता रावत के नाम 43 लाख की संपत्ति है।
धरियावद : भाजपा के बागी नारायण भाई मीणा ने भरा पर्चा
धरियावद. भारतीय जनता पार्टी से तीन बार विधायक रह चुके नारायण भाई मीणा ने मंगलवार को कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकाल नामांकन पत्र दाखिल करवाया। जुलूस में दावेदारी कर चुके पूर्व सरपंच खेतसिंह मीणा, पूर्व कुलदीप मीणा, सरकारी नौकरी से वीआरएस लेने वाले रतनलाल मीणा, केसरियावाद के पूर्व सरपंच शंकरभाई मीणा तथा पूर्व सरपंच पृथ्वीराज मीणा नाड़ मौजूद थे। जुलूस में नारायणलाल ने कहा कि धरियावद विधानसभा सीट बनने के बावजूद स्थानीय प्रत्याशी को मौका नहीं दिया जा रहा है। वे इसी मुद्दे पर चुनाव में उतरे हैं और इसी मुद्दे पर जनता से वोट मांगेंगे।
58 लाख के मालिक
नारायण भाई के पास नकदी 51 हजार रुपए, बैंक में 4900 रुपए, बोलेरो जीप, कीमत 5 लाख 55 हजार रुपए, ट्रैक्टर कीमत 2 लाख 40 हजार रुपए है। सेवानगर में 25 बीघा 23 बिस्वा जमीन (20 लाख) तथा एक मकान सेवानगर व 1 मकान उदयपुर सेक्टर 9 में है, जिनकी कीमत 30 लाख है। बैंक व वित्तीय संस्थाओं से 3 लाख 10 हजार रुपए का लोन लिया हुआ है। पत्नी के पास २५ हजार रुपए नकद व 2 तोला सोना जिसकी कीमत 60 हजार रुपए है। उनके पास 2 किलो चांदी है जिसकी कीमत 1 लाख रुपए है।