डूंगरपुर। मुस्लिम समाज के 25 दुल्हा और दुल्हनों ने निकाह कबूल कर लिया। निसार ए हाली स्कूल परिसर में चौथे सामूहिक विवाह समारोह से पहले शहर में दुल्हों की बिंदोली निकाली गई। आयोजन को लेकर मुस्लिम समाज में दिनभर उत्साह दिखा।
वागड़, मेवाड़, गुजरात और मध्यप्रदेश से भी कई मुस्लिम समाज के लोग मौजूद थे। निकाह को लेकर रविवार सुबह घाटी स्थित जमात खाने में मुस्लिम समाज की सामूहिक न्याज (भोज) हुआ। इसके बाद दुल्हों को बिंदोली के रूप में घाटी निसार-ए-हाली स्कूल परिसर आए। यहां दुल्हन पक्ष ने स्वागत सत्कार किया। सेहरी वेलफेयर सोसायटी की ओर से निकाह में दुल्हों को मंच पर बैठाया गया। वहीं दुल्हनों के साथ उनकी सखियों को भी मंच पर बैठाया गया। शहर काजी अतहर जमाली के निर्देशन में नायब शहर काजी इरफान व उलोमाओं ने दुल्हा व दुल्हनों को निकाह पढ़ाया।
दुल्हों की निकाली बिंदोली
निकाह से पहले दुल्हों की शहर में बिंदोली निकाली गई। सेहरा बांधे घोडी पर बैठे दुल्हे आकर्षण का केंद्र थे। सीरत कमेटी पातेला से बिंदोली शहर के कानेरा पोल, दर्जीवाड़ा, माणक चौक, फौज का बड़ला होते हुए घाटी निसार ए हाली स्कूल पहुंची। कमेटी की ओर से दुल्हें व बारातियों का स्वागत किया गया।
कई समाज के प्रतिनिधियों ने दिया आशीर्वाद
कमेटी की ओर से दुल्हा-दुल्हन को भेंट दी गई। मुख्य अतिथि अजमेर दरगाह कमेटी सदर असरार अहमद, अध्यक्ष शहर काजी अतहर जमाली थे। पंच मोडासियान के सदर अब्दुल हाफिज चौहान, सदर पंच लालपुरा खुशनुद अहमद मौजूद थे। मुख्य सलाहकार युसूफ मलिक, सेहरी वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष अकिल खान, उपाध्यक्ष मोहम्मद फजले रब्बी, कोषाध्यक्ष आसिफ खान, सचिव तोसिफ शेख, प्रवक्ता शाहिद खान, इरफान पठान, वसीम मलीक, नाजीफ खान, अब्दुल रऊफ जाकीर खान, मंसूर चौहान ने आयोजन में सहयोग किया। संचालन मोहम्मद उस्मान, मोहम्मद रऊफ ने किया। आभार मोहम्मद युसूफ मलिक ने माना।
इनका हुआ सम्मान
सामूहिक निकाह समारोह के सफल संयोजन के लिए ख्वाजा कमेटी, मदनी रजा कमेटी, मुजतर रजा व सिद्धीक मकरानी का अभिनंदन किया गया।