प्रतिभाओं को प्रोत्साहन के लिए धन की कमी नहीं आएगी: अर्जुनलाल मीणा
उदयपुर, क्षेत्रीय सांसद अर्जुनलाल मीणा ने कहा है कि इस अंचल में प्रतिभाओं को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए धन की कमी किसी भी रूप में आड़े नहीं आने दी जाएगी।
सांसद मीणा रविवार को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के तत्वावधान में मॉडल रेजीडेंसियल पब्लिक स्कूल ढीकली में उदयपुर जिले के जनजाति छात्रावासों के प्रतिभावान विद्यार्थियों के सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर उन्होंने जनजाति उपयोजना क्षेत्र में प्रतिभाओं को उचित मंच प्रदान करने के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता और अन्य प्रोत्साहन योजनाओं के संचालन के लिए प्रदेश की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे तथा टीएडी मंत्री नंदलाल मीणा का आभार जताया।
समारोह में टीएडी परियोजना अधिकारी बाबूलाल कटारा ने बताया कि प्रोत्साहन समारोह में विद्यार्थियों के अभिभावकों को आमंत्रित करते हुुए छात्रावासों में सुधार के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए हैं जिन्हें राज्य सरकार को प्रेषित किया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी बक्शीराम लड्ढा ने की। इस मौके पर अतिर्थियों ने जनजाति आश्रम छात्रावासों के 298 विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न तथा नकद प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया। समारोह का संचालन मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य मगन जोशी ने किया जबकि आभार प्रदर्शन की रस्म उप जिला शिक्षा अधिकारी शंभूसिंह चुण्डावत ने अदा की।
‘आयुर्तरंग 2015 का रंगारंग समापन’
उदयपुर, मदन मोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, उदयपुर में छात्रसंघ द्वारा आयोजित ‘खेल-कूद’ सप्ताह के अन्तिम दिन आयुर्तरंग-2015 संास्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया।
छात्रसंघ अध्यक्ष हिमांशु जैन ने बताया कि एक सप्ताह तक आयोजित खेलकूद सप्ताह में छात्रसंघ के द्वारा किक्रेट, वालीबाल, टेबल-टेनिस, रंगोली, क्विज, डिबेट, आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें अन्तरकक्षा की प्रतियोगिताएं हुई छात्र-छात्राओं ने पूर्ण उत्साह के साथ सभी प्रतियोगिताओं में भाग लिया इस दौरान पूरे महाविद्यालय में उत्सव जैसा माहौल रहा।
अन्तिम दिन रंगारगं सांस्कृतिक संध्या का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि उदयपुर नगर निगम के महापौर श्री चन्द्रसिंह कोठारी एवम् बतौर विशिष्ट अतिथि लोकेश द्विवेदी उपस्थित रहे। संास्कृतिक संध्या में एकल नृत्य, एकलगीत, सामूहिक गीत, नाटक, नाटय संगीत, बांसुरी वादन एवम् कविता पाठ का आयोजन हुआ। सांस्कृतिक संध्या में महापौर एवम् उपमहापौर का महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. गौरीशंकर इन्दौरिया एवम् स्टाफ सदस्यों के साथ छात्रसंघ द्वारा स्वागत किया गया। महापौर ने अपने उदबोधन में महाविधालय की गतिविधियों की प्रशंसा की तथा आयुर्वेद को अधिक प्रभावशाली बनाकर जनसेवा करने का आह्वान किया। महापौर ने आयुर्वेद एवं आयुर्वेद महाविद्यालय के लिए यथासंम्भव सहयोग का आश्वासन भी दिया।