चित्तौडग़ढ़
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम चित्तौडग़ढ़ डिपो के मुख्य प्रबंधक की सूचना पर सोमवार को भीलवाड़ा डिपो के उडऩ दस्ते ने एक बस की जांच की।
बस में 22 यात्री बेटिकट मिले। जानकारी के अनुसार रविवार को किसी ने चित्तौडग़ढ़ डिपो के मुख्य प्रबंधक पाबू दान सिंह को फोन कर चित्तौड़ डिपो की कपासन-भीलवाड़ा बस की गुप्त जांच कराने को कहा।
चित्तौड़ के मुख्य प्रबंधक ने सोमवार सुबह भीलवाड़ा मुख्य प्रबंधक को फोन कर बस की जांच के लिए निवेदन किया।
यह बस सुबह सात बजे कपासन से रवाना हुई थी। भीलवाड़ा से करीब आठ किलोमीटर पूर्व ओज्याड़ा के निकट भीलवाड़ा के उडऩदस्ते ने बस को रोक दिया।
इस दौरान परिचालक दिनेश गुर्जर बस की छत पर टिकट काट रहा था। जांच की तो बस में कुल 75 सवारी सवार थी जिनमें से नीचे बैठी 22 सवारियों के पास टिकट नहीं थे।
इस पर भीलवाड़ा की टीम ने 22 टिकट का रिमार्क लगाया। इधर, बस के चित्तौडग़ढ़ पहुंचने पर मुख्य प्रबंधक ने परिचालक से भी मामले की जानकारी ली। उसने बताया कि वह छत पर बैठी सवारियों के टिकट काट रहा था।
बरडोद में सवारियां बैठी व इससे मात्र दो किलोमीटर आगे ओज्याड़ा के यहां उडऩदस्ते ने बस की नीचे सवारियों से राशि नहीं ली थी नहीं उसे टिकट काटने का मौका मिला। चित्तौड़ मुख्य प्रबंधक ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है।
परिचालक का प्रोबेशन काल चल रहा है। चित्तौड़ डिपो के उडऩदस्ते ने अन्तरराज्यीय मार्ग पर उत्तरप्रदेश में भी बसों की जांच की। मुख्य प्रबंधक पाबूदान सिंह ने बताया कि जयपुर मुख्यालय के निर्देश पर उडनदस्ते को जांच के लिए भेजा था।
इसने आगरा, मथुरा, अलीगढ़, ऐटा, हाथरस आदि स्थानों पर 98 बसों की जांच की। तीन बसों में बिना टिकट यात्रा का प्रकरण बनाते हुए 10 यात्री बेटिकट पकड़े।
इनसे 793 रुपए किराया वसूला जो परिचालक ले चुका था। 198 रुपए पैनल्टी के भी वसूल किए। टीम ने अलवर, तिजारा, भरतपुर डिपो के वाहनों की जांच की।