महात्मागांधी की पोती इला गांधी ने कहा कि राष्ट्रपिता की हत्या करने वाले को शहीद का दर्जा कैसे दिया जा सकता हैω महात्मा गांधी केवल भारत में ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आइडियल पर्सन थे। उन्होंने बुधवार को सेवा मंदिर में खुली चर्चा के दौरान नाथूराम गोडसे को शहीद का दर्जा देने के प्रश्न के उत्तर में यह बात कही। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने अपनी सादगी और अहिंसा के माध्यम से लोगों के दिलों में जगह बनाई है। गांधी जी का मानना था कि लोगों में परिवर्तन की संभावना हमेशा रहती है। अन्ना हजारे को आज के गांधी कहे जाने पर कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर अहिंसात्मक आंदोलन किया लेकिन उनके साथ हिन्दुत्व का भाव झलकता है। गांधीजी सभी धर्मों के प्रति अपनत्व का भाव था।
गांधीजी परिवार के मुखिया होने के नाते सबका ख्याल रखते थे। मैं फोनिक्स में बड़ी हुई, वहां पहला आश्रम गांधीजी ने ही स्थापित किया था। भारत ऐसी जगह है जहां सेवा मन्दिर जैसी संस्थाएं कार्य कर रही हैं। पंजाब और केरल में भी कई संस्थाओं में अच्छे कार्य हो रहे है। उन्होंने सेवा मन्दिर परिसर में मौलश्री का पौधा भी लगाया।
बड़ीराजनीतिक पार्टियों के लिए संकट : दिल्लीमें आप पार्टी की जीत पर कहा कि यह बड़ी राजनीतिक पार्टियों के लिए संकट पैदा हो गया है। अब जनता उसी को चुनेगी जो उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए काम करेगा। आम और खास के बीच की दूरी कम करेगा। भारत की राजनीति में आने के जवाब पर कहा कि गांधीजी कभी राजनीति में नहीं रहे, उन्होंने देश सेवा को सर्वोपरि माना। यहीं कारण है कि उनके परिवार के 120 लोगों में से भी कोई राजनीति में नहीं आया।