उदयपुर स्वाइन फ्लू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया भी स्वाइन फ्लू से संक्रमित हो गए हैं। कटारिया और उनकी पत्नी अनीता सोमवार दोपहर सर्दी, जुकाम के चलते उदयपुर के एमबी चिकित्सालय के स्वाइन फ्लू वार्ड में जांच कराने पहुंचे।
वार्ड प्रभारी डॉ. महेश दवे ने बताया कि गृह मंत्री पॉजीटिव पाए गए, जबकि उनकी पत्नी की रिपोर्ट नेगेटिव आई। शाम को क टारिया का घर पर चिकित्सकों की निगरानी में उपचार शुरू कर दिया गया है। वहीं सूत्रों के अनुसार चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ का घरेलू नौकर और पड़ोसी भी स्वाइन फ्लू की चपेट में हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
अब तक 58 की मौत
प्रदेश में स्वाइन फ्लू से सात और मरीजों की मौत हो गई। उदयपुर के एमबी अस्पताल के चांदपोल क्षेत्र के साबिर बैग (45) ने रविवार देर रात दम तोड़ दिया। चित्तौड़गढ़ जिले के हासला गांव निवासी कालूराम (44), टोंक जिले के उनियारा के बालापुरा ढाणी निवासी मायाराम की जयपुर के एसएमएस अस्पताल, अजमेर के जेएलएन अस्पताल में रसूलपुरा घूघरा निवासी माया (25), कोटा के एमबीएस अस्पताल में मध्य प्रदेश के श्योपुर निवसी बरधी देवी, जोधपुर में बाड़मेर निवासी यशोदा (50) और बाड़मेर जिले में सांजटा की सिंधियों की ढाणी निवासी अकबर खां (65) की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई है। मृतक संख्या 58 हो गई है। श्रीगंगानगर सहित प्रदेश में कुछ ऎसे मरीजों की भी मौत की जानकारी है, जिनकी स्वाइन फ्लू जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। राजधानी जयपुर में अब तक 17 मौतें हो चुकी हैं। 66 मरीज पॉजीटिव पाए गए हैं। इनमे से 10 मरीजों की हालत गंभीर है।
स्कूलों में प्रार्थना सभाओं पर रोक
सभी स्कूलों में फरवरी अंत तक सुबह की प्रार्थना सभाओं पर रोक लगा दी है। उन्होंने सिनेमाघरों में स्वाइन फ्लू से बचाव संबंधी स्लाइड चलाने, स्कूलों में जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार करने और नगर निगम क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में नियमित सफाई के निर्देश दिए। चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने भी समस्त चिकित्सा स्टाफ की छुियां रद्द कर दी हैं।
स्वाइन फ्लू से नहीं होती मौत : आईएमए
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति की मौत स्वाइन फ्लू से नहीं होती, बल्कि न्यूमोनिया अथवा अन्य जटिलताओं से मौत होती है। ऎसे में अगर मरीज को सांस लेने में तकलीफ नहीं है तो घबराने की जरूरत नहीं है।