उदयपुर. साल की शुरुआत के साथ एक महीने में 15 मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं। जिले के सबसे ज्यादा केस ए कैटेगरी में मिल रहे हैं। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. राघवेंद्र राय ने बताया कि करीब 40 लोग इस कैटेगरी में मिल चुके हैं, जिसमें शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं। यह मौके पर दवा देने पर ठीक हो जाते हैं। सी केटेगरी में मिलने वाले मरीजों को तुरंत रेफर किया जा रहा है। प्राइवेट अस्पतालों में भी आईएलआई यानि इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस के मरीजों की अपडेट मिल रही है।
क्षेत्रों में पहुंची टीमें, अस्पतालों का निरीक्षण आज से
शहर में चार नए केस आते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मरीजों के परिजनों के अलावा आसपास रहने वालों को भी टेमी फ्लू की दवाइयां दी। अफसर सोमवार से तीन दिन तक जिले के अस्पतालों में स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण की व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। इसकी रिपोर्ट 6 फरवरी तक स्वास्थ्य निदेशालय को भेजी जाएगी। निरीक्षण अभियान 4 फरवरी तक चलेगा।
विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. आर.एन. बैरवा प्रतापगढ़, आयुष के मेडिकल ऑफिसर डॉ. रामबाबू शर्मा उदयपुर जिले के अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान स्वाइन फ्लू वार्ड, आईसीयू, आइसोलेशन वार्ड में बैड, दवाइयों, सिरप, मास्क का स्टॉक, मरीजों की संख्या, ओपीडी के निरीक्षण के अलावा स्क्रीनिंग के लिए पहुंचने वाले मरीजों की संख्या आदि व्यवस्थाएं देखी जाएंगी।
सीएचसी और पीएचसी में अलग कमरे तैयार
जिले के सभी सीएचसी व पीएचसी में आने वाले मरीजों के लिए अलग कमरे की व्यवस्था की गई है। इनमें सर्दी-जुकाम के मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है। सभी ब्लॉक से डेली रिपोर्ट अपडेट की जा रही है।
स्वाइन फ्लू के ज्यादातर केस प्रारंभिक लक्षण वाले, 40 मरीज ए कैटेगरी के
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