डूंगरपुर। पंच फरासवाड़ा की ओर से सैयद बुल्लेशाहवली दरगाह परिसर में जश्ने गोसे आजम बीती रात को मनाया गया। मुख्य अतिथि उत्तरप्रदेश कचोछा शरीफ के मौलाना शिबलीमिया अशरफ अशरफी ने अपनी नुरानी तकरीर में अपने वतन और समाज की सेवा करने का संदेश दिया। उन्होंने कहां कि जिंदगी का असली मकसद ईबादत करना है। इस्लाम बेहतरीन जिंदगी जीने का तरीका बताता है। उन्होंने कहां कि वलियों की दुआ जल्दी कबूल होती हैं। नबी साहब के जीवन पर तकरीर पेश करते हुए प्रेम और इंसानियत पर उनके जीवन के उदाहरण प्रस्तुत किए। उन्होंने सभी को अपने जीवन में नबी साहब की बातों को उतारने की हिदायत दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना कारी अब्दुल कादीर ने की जबकि विशिष्ट अतिथि नायब शहर काजी मौलाना इरफान, मौलाना अकबर अकबरी, हाफीज शकील अकरमी, मौलाना हलीम नुरी, मौलाना रिजवान, मौलाना फीरोज आलम, मौलाना निजामुद्दीन थे। कार्यक्रम में मोहम्मद ईशाक, मोहम्मद अय्युब फोजदार, अब्दुल हकीम, मोहम्मद युसूफ ने आलिमों का स्वागत किया। सिरत कमेटी सदर अन्सार एहमद ने शुक्रिया अदा किया। संचालन मौलाना निजामुद्दीन ने किया
अपने वतन व समाज की सेवा करने का संदेश दिया
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