उदयपुर । नारायण सेवा संस्थान के तत्वावधान में सेवा महातीर्थ बड़ी में शनिवार को दो दिवसीय 21 वां विकलांग विवाह निःशुल्क सामूहिक विकलांग विवाह एवं निर्धन युवक-युवती विवाह समारोह शुभ मुहूर्त में गणपति जी की स्थापना के साथ प्रारम्भ हुआ। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से 500 से अधिक दानदाताओं व समाजसेवियों ने भाग लिया। इस अवसर पर अतिथियों, भामाशाहों व उन धर्म माता-पिताओं को सम्मानित किया गया। जिन्होंने इस समारोह में कन्यादान के इस अनुष्ठान में सहयोग किया। संस्थान संस्थापक श्री कैलाश ‘मानव’ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जन्म और मृत्यु के बीच जो जीवन हमें उपलब्ध हुआ है उसका उपयोग समाज के वंचित वर्ग की सेवा कर सार्थक करें। निःशक्तजन की सेवा और हित चिन्तक से प्रभु की कृपा सहज प्राप्त हो सकती है। उन्होंने 6 दिसम्बर को जयपुर में नारायण सेवा संस्थान द्वारा फिजियोथैरेपी हॉस्पीटल एवं रिचर्स सेन्टर के शुभारम्भ की जानकारी देते हुए बताया कि जयपुर के रामप्रकाश वैद परिवार द्वारा निर्मित इस हॉस्पीटल में निर्धन, निःशक्त एवं वृद्ध लोगों को निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध करवाई जाऐगी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हंसमुख भाई गोहिल लंदन, रिलायंस ग्रुप के प्रकाश कोठारी, शांतिलाल मोर पाचोरा, प्रेमसागर गुप्ता, चिमन भाई मुम्बई, करणीसिंह बीकानेर, भगवानदास हैदराबाद, अल्का चौधरी हैदराबाद, राशि पाठक दिल्ली आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए नारायण सेवा संस्थान जिस मिशन को लेकर चला है वह निःसंदेह समाज के कमजोर वर्ग के लिए काफी लाभप्रद है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि 21 वें इस विकलांग विवाह समारोह में- जोड़े परिणय सूत्र में बंधने जा रहे है। उन्होंने संस्थान की 28 वर्षीय सेवा यात्रा की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान अब तक 1 लाख 72 हजार निःशक्तजनों की निःशुल्क ऑपरेशन करने के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षणों का संचालन भी कर रहा है। उन्होंने अतिथियों व दानदाताओं का मेवाड़ी परम्परानुसार पाग, श्रीनाथ जी उपरणा व स्मृति चिन्ह से सम्मान किया।
मेहन्दी रस्म –
कार्यक्रम के पश्चात संस्थान निदेशक श्रीमती वंदना अग्रवाल के सान्निध्य में परिणय सूत्र में बंधने वाली युवतियों के मेहन्दी मांडने की रस्म पूरी की गई। संस्थान साधिकाओं व विभिन्न राज्यों से आई महिला अतिथियों ने ढोलक की थाप पर मेहन्दी के परम्परागत गीत प्रस्तुत किये।
बिन्दौली –
शाम 4 बजे नगर निगम परिसर से सजी-धजी बग्गियों में परिणय सूत्र में बंधने वाले युगलों की बाजे-गाजे के साथ बिन्दौली निकाली गई। संस्थान संस्थापक कैलाश ‘मानव’ व सहसंस्थापिका श्रीमती कमला देवी अग्रवाल ने बिन्दौली को अपने आशीष के साथ रवाना किया। यह बिन्दौली निगम परिसर से रवाना होकर सूरजपोल, बापू बाजार, देहली गेट, अश्विनी बाजार, हाथीपोल होते हुए चेटक सर्कल मोहता पार्क पहुंची। यहां से बसों द्वारा सभी युगल व अतिथि विवाह स्थल सेवा महातीर्थ बड़ी पहुंचे। बिन्दौली में संस्थान साधक व बाहर से आये अतिथि नाचते-गाते चल रहे थे।
महिला संगीत –
रात्रि 8 बजे सेवा महातीर्थ बड़ी में निर्मित विशाल विवाह पाण्डाल में महिला संगीत एवं नृत्य का आयोजन किया गया। जो देर रात तक चलता रहा।
विवाह समारोह 8 को –
संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने पाणिग्रहण संस्कार रविवार को प्रातः 11.15 बजे तोरण एवं वरमाला की रस्म अदायगी के साथ सम्पन्न होगा। प्रत्येक जोड़े के विवाह के लिए वैदियां बनाई गई है। विवाह के पश्चात् दोपहर 3 बजे नव-युगलों को गृहस्थी के सामान के साथ अलग-अलग वाहनों में उन्हंे अपने-अपने घरों के लिए देव पूजन के पश्चात विदा किया जायेगा।
कार्यक्रम का संचालन श्री प्रशान्त अग्रवाल व महिम जैन ने किया।
नारायण सेवा संस्थान ने निशक्त जनो का सामूहिक विवाह करवाया
Date: