आरोग्य दिवस अन्तर्गत 52 वां शीविर
डायबिटीज जांच शिविर में उमडी भीड़
अत्यधिक तनाव एवं खान पान में अनियमितता का परिणाम डायबिटीज-औदिच्य
उदयपुर , राजकीय आदर्ष आयुर्वेद औशधालय सिंधी बाजार, फूटा दरवाजा, उदयपुर में आरोग्य दिवस के अन्तर्गत आज 52वां षिविर प्रातः 9 बजे से 11.45 बजे तक निःषुल्क डायबिटीज जांच औशधालय मे की गई जिसमें 164 महिला पुरूशों रोगियों ने जांच करवाई।
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी विद्यावारिधि वैद्य (डॉ.) षोभालाल औदिच्य ने बताया कि अत्यधिक चावल, दही, मिठाई, ज्युस व खान पान मे अनियमितता, षारीरिक श्रम का अभाव ही डायबिटीज का मुख्य कारण है। यह रोग पाचन संस्थान संबंधी दोश के कारण होता है तथा मस्तिश्क से अधिक काम लेने से भी अक्सर यह रोग हो जाता है। इस समय व्यक्ति को चलने की बजाय खडा रहना? खडे रहने की बजाय बैठना? बैठने की बजाय लेटना? लेटने की बजाय सोना? आदि लक्षण नजर आने लगे तो तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करें। अतः भारतीय जीवनषैली अपनाकर एवं खान पान पर नियंत्रण कर डायबिटीज से बचा जा सकता है।
वैद्य औदीच्य ने बताया कि आयुर्वेद में बतायी दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन कर एवं अपने खान-पान में आंवला, हल्दी, करेला, जामुन की गुठली, विजयासार, मैथी, गुड़मार, दारू हल्दी, बेहड़ा, हरड़, देवदारू आदि का प्रयोग कर डायबिटीज रोग से बचा जा सकता है।
शीविर में विशय विषेशज्ञ डॉ. विश्णु बंषीवाल, नर्स रूकमणी खराडी, अमृतलाल परमार, नर्स इन्दिरा डामोर, पुष्कर मीणा, रामसिंह ठाकुर ने अपनी निःशुल्क सेवाएं प्रदान की।