मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के सहायक छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. नवीन नन्दवाना ने बताया कि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के बाहर महाविद्यालय के विद्यार्थियों की नाट्य मंडली ‘बदलाव‘ द्वारा एक नुक्कड़ नाटक ‘नहीं, नहीं, कभी नहीं‘ का मंचन किया गया।
इसका प्रारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी ने ढोल बजाकर किया। डॉ. नीता त्रिवेदी के निर्देशन में तैयार इस नाटक के माध्यम से नाट्य मंडली ने समसामयिक जीवन की विविध समस्याओं जैसे पेरेन्ट्स प्रेशर के कारण बढ़ता पढ़ाई का दबाव और युवा, मद्यपान के दुष्प्रभाव, साइबर क्राइम, रेगिंग, रेप और एसिड अटैक आदि को अपने नाटक के माध्यम से अभिव्यक्ति दी। अपने नाटक के माध्यम से इस नाटक मंडली ने युवाओं को जागरण का संदेश दिया और अपने भविष्य निर्माण को लेकर सजग किया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं को एक मंच प्रदान करने के साथ-साथ सामाजिक जागरण की दिशा में भी महती भूमिका निभाते हैं। वाणिज्य महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. विजय श्रीमाली ने कहा कि नुक्कड़ नाटक के द्वारा दिए गए संदेश आज के हमारे समाज के लिए बहुपयोगी हैं। इस तरह के आयोजन प्रत्येक महाविद्यालय में होने चाहिए। कला महाविद्यालय की अधिष्ठाता प्रो. फरीदा शाह ने भी छात्रों के इस कार्य कि प्रशंसा करते हुए ऐसे आयोजनों की महत्ता का प्रतिपादन किया।
कार्यक्रम में प्रो. सीमा मलिक, अधिष्ठाता, स्नातकोत्तर अध्ययन, प्रो. मदनसिंह राठौड़, सह अधिष्ठाता, छात्रसंघ अघ्यक्ष मोहित नायक सहित कई संकाय सदस्य, विद्यार्थी एवं दर्शक उपस्थित थे।